पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास में इमरान खान (Imran Khan) की पहचान महान क्रिकेटरों में की जाती है। उनका जन्म 5 अक्टूबर 1952 को पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था। वह एक ऑलराउंडर खिलाड़ी माने जाते थे, जिनकी तेज गेंदबाजी और निश्चित मध्यक्रम बैटिंग जबर्दस्त थी।
हाल ही में एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी की प्रसिद्ध अभिनेत्री और मॉडल नाज़िश जहांगीर (Nazish Jahangir) ने उन्हें अपने दिल के करीबी क्रिकेटर और इंसान बताया। यह बहुत चर्चित रहा। नाजिश ने विभिन्न टेलीविजन नाटकों में अभिनय किया है और अपने काम से शोहरत हासिल की है। उनके कुछ नाटकों में “भूल”, “बड़ी बहू”, “बंधन”, “फिर वही मोहब्बत”, “कम जर्फ”, “तेरा यहां कोई नहीं” जैसे नाम शामिल हैं। अभिनेत्री और मॉडल नाज़िश जहांगीर (Nazish Jahangir) ने कहा कि इमरान खान गलत नहीं हो सकते हैं। वह चाहते तो दुनिया में कहीं भी जाकर आराम से रह सकते थे, लेकिन देश की भलाई के लिए यहीं बने रहे।
इमरान खान ने 1971 में पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया। उन्होंने देश के लिए दो दशक से अधिक समय तक खेला। 1982 से 1992 तक पाकिस्तान क्रिकेट टीम की कप्तानी की और उनकी कार्यकाल में उन्होंने अद्भुत उपलब्धियां हासिल की।
तेज गेंदबाज के रूप में, इमरान खान के पास स्मूथ बॉलिंग एक्शन और अद्भुत गति थी। उनकी गेंदबाजी से पिच पर स्विंग और गति उत्पन्न करने की क्षमता थी, जिसकी वजह से वे बल्लेबाजों के लिए एक खतरनाक प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरे। उन्होंने टेस्ट मैचों में कुल 362 विकेट और वन डे अंतरराष्ट्रीय मैचों में 182 विकेट लिए।
वह केवल एक प्रतिभाशाली गेंदबाज ही नहीं थे, बल्कि इमरान खान ने बल्ले के साथ भी महत्वपूर्ण योगदान दिए। उन्होंने कई महत्वपूर्ण पारियां खेली और टेस्ट मैचों में कुल 3,807 रन और वन डे अंतरराष्ट्रीय मैचों में 3,709 रन बनाए। उनकी एक खासियत रही है कि वह दबाव में भी उतनी ही प्रमुखता से खेलते थे और नेतृत्व वाली भूमिका दिखाते थे।
क्रिकेटर के रूप में इमरान खान की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि 1992 में पहला क्रिकेट विश्व कप जिताना था। उन्होंने टूर्नामेंट में कप्तान और खिलाड़ी के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके प्रेरणादायक नेतृत्व, साथ ही उनके उत्कृष्ट ऑल-राउंड प्रदर्शनों ने उन्हें विशेष सम्मान और प्रशंसा कमाई।
क्रिकेट से सेवानिवृत्त होने के बाद, इमरान खान ने राजनीति में कदम रखा और 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए। राजनीति में आने के बावजूद वह क्रिकेट जगत में एक प्रतिष्ठित आदर्श व्यक्ति हैं, जिन्हें उनकी अद्वितीय क्षमताओं, नेतृत्व गुणों और खेल में महत्वपूर्ण योगदानों के लिए जाना जाता है।