इंग्लैंड के ऑलराउंडर खिलाड़ी इयान बॉथम (Ian Botham) ने अपनी जिंदगी में कई रिकॉर्ड बनाये। लेकिन उनका एक रिकॉर्ड ऐसा है जो भारत के खिलाफ बना था। उन्होंने एक मैच में भारत को हारने पर मजबूर कर दिया था। वह मैच भारत के लिए बहुत अहम था, लेकिन उस अहम मैच में इयान की रणनीति के आगे भारतीय खिलाड़ियों की नहीं चली और भारत हार गया। दरअसल भारत के क्रिकेट बोर्ड के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मुंबई (तब बंबई) के वानखेड़े स्टेडियम में एक मैच रखा गया था। यह टेस्ट मैच था। भारत और इंग्लैंड के बीच हुए इस टेस्ट मैच का नाम गोल्डन जुबली टेस्ट मैच था।
भारत के लिए यह मैच जीतना इसलिए जरूरी था क्योंकि भारतीय बोर्ड के पचास साल पूरे हुए थे। ऐसे में भारत की भावनाएं बोर्ड से जुड़ी थी। अगर भारत जीत जाता तो यह दोगुनी की खुशी की बात होती, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
गलती शुरुआत से ही हो गई। भारत ने टॉस जीता और कप्तान गुंडप्पा विश्वनाथ ने पहले बल्लेबाजी का फैसला कर लिया। यही फैसला भारी पड़ गया। भारत की पारी पहले ही दिन लड़खड़ा गई। इयान बॉथम ने कुल 22.5 ओवर गेंदबाजी की। इसमें 7 मेडन समेत 58 रन देकर 6 विकेट लिये। भारत का कोई बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं बना सका। सबसे अधिक 49 रन सुनील गावस्कर ने बनायी।
इयान बॉथम ने सिर्फ गेंदबाजी में ही कमाल नहीं दिखाया, जब भारत के गेंदबाज कर्सन घावरी और कपिल देव ने मेहमान टीम के 5 विकेट 58 रन पर ही गिराकर उनका मनोबल तोड़ दिया तब बॉथम ने धुआंधार बल्लेबाजी करके टीम को घुटने टेकने से बचा लिया। इयान ने अपनी पारी में 114 रन बनाकर खुद के आल राउंडर होने की दहाड़ लगा दी। इससे भारत को मैच हारने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इयान ने अपनी टीम मीटिंग में अपने साथियों से कहा था कि मैच तो जीतकर ही रहेंगे, चाहे पूरी टीम ही क्यों न आउट हो जाए। हुआ भी वही, इंग्लैंड के अधिकतर बल्लेबाज बहुत जल्द आउट हो गये थे। इयान ने मोर्चा संभाला तो टीम में फिर से जान आ सकी।