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Hardik Pandya: जब किसी-किसी दिन खाना भी नसीब नहीं होता था, जानिए स्टार ऑलराउंडर के स्ट्रगल की दिल छू लेने वाली कहानी

Hardik Pandya

अपनी पत्नी के साथ Hardik Pandya। (फोटो- इंस्टाग्राम)

कौन जाने वक्त का मिजाज कब बदल जाए और बंदा फर्श से अर्श तक पहुंच जाए। टीम इंडिया का एक ऐसा ही हरफनमौला खिलाड़ी है जिसका बचपन मुफलिसी में बीता। आलम ये था कि कई बार दिन-दिन भर भूखा भी रहना पड़ता था। लेकिन आज वो खिलाड़ी अपनी मेहनत के बल पर आसमान की बुलंदियों को छू रहा है।

Hardik Pandya: मैगी खाकर दिन-दिन भर प्रैक्टिस करते थे पांड्या

जी हां हम बात कर रहे हैं इंडियन टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की जिनकी मेहनत, जुनून और जज्बे ने उन्हें देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अलग पहचान दिलाई है। हार्दिक पांड्य इस समय वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज की कप्तानी कर रहे हैं। हार्दिक को वर्ल्ड कप 2023 के लिए एक्स फैक्टर भी माना जा रहा है।

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पांड्या का जन्म 11 अक्टबर 1993 को गुजरात के सूरत में हुआ। इनके पिता का नाम हिमांशु पंड्या था। इनके पिता शुरुआत में कार फाइनेंस का एक छोटा-सा बिजनेस करते थे। पांड्या जब सिर्फ पांच साल के थे तो उनके पिता को बिजनेस में बड़ा घाटा हुआ, लगातार हो रहे घाटे को देखते हुए वो परिवार के साथ बड़ौदा शिफ्ट हो गए।

पांड्या के पिता की आर्थिक हालात अच्छे नहीं थे। कई बार तो ऐसी भी नौबत आई कि हार्दिक और उनके बड़े भाई क्रुणाल को दिन में सिर्फ एक बार ही खाना नसीब हो पाता था।

Hardik Pandya: किरण मोरे ने दोनो भाइयों से एकेडमी फीस तक नहीं ली थी।

हार्दिक के पिता क्रिकेट के बड़े फैन थे, इसलिए वो दोनों बेटों को भी अपने साथ क्रिकेट के मैच दिखाने ले जाया करते थे। बच्चों का क्रिकेट की तरफ झुकाव देखकर उन्होंने 5 साल के हार्दिक और 7 साल के क्रुणाल पांड्या का एडमिशन किरण मोरे की क्रिकेट एकेडमी में करा दिया। किरण मोरे ने इनकी आर्थिक स्थिति देखकर दोनों भाईयों की फीस भी नहीं ली।

दोनों भाई दिन-रात मैदान में प्रैक्टिस किया करते थे और कई-कई बार सिर्फ मैगी खाकर अपना पेट भरते थे।

Hardik Pandya: खेलने के लिए इरफान पठान ने किया था बल्ला गिफ्ट

हार्दिक के पास लोकल एरिया में खेलने के लिये बैट तक नहीं थे। ऐसे में इरफान पठान ने उन्हें 2 बैट गिफ्ट दिए थे।  एक बार हार्दिक ने वेस्ट जोन से खेलते हुए मुंबई के खिलाफ 57 रनों की पारी खेली थीं। इस पारी ने मुंबई इंडियन्स के कोच जॉन राइट को इंप्रेस किया उन्होंने हार्दिक के अन्दर छिपे एक अच्छे क्रिकेटर को उसी समय पहचान लिया था।

तब IPL की टीम मुंबई इंडियन्स ने हार्दिक पांड्या को 10 लाख में खरीदा था और यहीं से उनकी जिंदगी में बदलाव आया। उसके बाद पांड्या ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। IPL में मुंबई इंडियन्स में अपनी दमदार परफॉर्मेंस की बदौलत उन्हें रणजी के लिये चुना गया था। हार्दिक बड़ोदरा से खेले थे और उन्हें 28 नवम्बर 2013 को बड़ोदरा रणजी टीम में शामिल किया था।

Hardik Pandya: IPL से पहले एक मैच के सिर्फ 400 रुपए मिलते थे

आईपीएल के दौरान एक बार मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने हार्दिक पांड्या से कहा था कि हार्दिक 1 या 2 साल बाद इंडियन टीम के लिये खेलते नजर आ सकते हैं। सचिन की बात सच निकली और आज हार्दिक पांड्या टीम इंडिया में खेल रहे हैं और वह भी तीनों फोर्मेर्ट में।

बताते चलें आईपीएल खेलने से पहले हार्दिक को एक मैच खेलने का सिर्फ 400 रुपये मिलते थे और उनके भाई कुणाल पांड्या को 500 रुपये मिलते थे.

 

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