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दोस्ती अच्छी न होती तो पार्टनरशिप भी अच्छी न होती, मोहम्मद कैफ ने बताई नेटवेस्ट ट्राफी जीत की कहानी

IPL 2023 | Team India Cricketer |

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी और नेटवेस्ट ट्राफी की जीत के हीरो मोहम्मद कैफ और युवराज सिंह। (फोटो- फेसबुक)

मोहम्मद कैफ ने यू-ट्यूब चैनल ब्रेकफास्ट विथ चैंपियन में गौरव कपूर के साथ बातचीत में कहा कि अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतना मेरे जीवन का एक बेहतरीन पल था, क्योंकि वहां से एक बेस मिला। अब पीछे मुड़कर देखना नहीं है। लेकिन मेरे लिये एक बड़ा पल था सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराना। शेन वाटसन, माइकल क्लार्क, नाथन हारिश, मिशेल जानसन की टीम अच्छी थी। वह बहुत महत्वपूर्ण था। उस मैच में युवराज सिंह मैन ऑफ द मैच हुए थे।

ट्रेन यात्रा के दौरान युवराज और भज्जी से हुई थी दोस्ती

उस टीम को देखकर लगता था कि इनको कैसे हराना है। उनको हराने के बाद बड़ा मजा आया। उसमें अच्छी दोस्ती बनी, वह दोस्ती लंबी रहती थी। युवराज सिंह को तो मैं 96 से जानता हूं। एक ट्रेन में भज्जी से मिला युवराज से मिला।

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गोवा में मेरा नार्थ जोन और सेंट्रल जोन का जोनल टूर्नामेंट था। वे वहां से जा रहे थे और मैं यूपी से जा रहा था। ट्रेन यात्रा 48 घंटे की थी। काफी समय था। हर चीज जानने का काफी मौका था।

उसके बाद युवराज सिंह से मेरी काफी अच्छी दोस्ती हो गई। भारत के लिए कई मैचों में हम साथ खेले। वे प्वाइंट पर फिल्डिंग करते थे और मैं कवर पर करता था। वह ऐसी जगह होती थी, जहां खूब बातें होती थी और आवाज दूर तक नहीं जाती थी।

सभी सीनियर प्लेयर्स थे, केवल हम दो लोग यंग थे, कोई हम लोगों की बातें सुनता नहीं था। जवागल श्रीनाथ, अनिल कुंबले, गांगुली, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ आदि।

मोहम्मद कैफ ने कहा कि नेटवेस्ट ट्राफी में अगर इतनी अच्छी दोस्ती न होती तो शायद हम इतनी अच्छी पार्टनरशिप भी नहीं कर पाते। इतनी अच्छी अंडरस्टैंडिंग थी। सारी बात खुलकर करते हैं कुछ छिपा नहीं था। हमेशा शामिल करना, शुरू से साथ में खेले थे। रन कैसे लेना है। इतना पता है उसको कि आंखों-आंखों में बात होती थी, कभी काल किये ही नहीं मैच में। उसको पता है कि कैफ कैसे खेलता है, युवराज कैसे खेलता है। उस वक्त भी उसने ऐसे बाल लगाया कि सिर्फ आंखों-आंखों में बात होती थी। वो होती है अंडरस्टैंडिंग।

भज्जी के साथ भी कई वाक्या हुए। एक बार मैंने रैश शाट मारा। बहुत क्लोज मैच था। जितनी बाल उतने रन चाहिए। वो आया और बोला तू क्या कर रहा है? अब क्या अब तो यहां से मारना ही है। उसने कहा स्कोर तो देख, जितनी बाल उतने रन चाहिए। वह जो दो सेकेंड की बात होती है आपको बहुत बड़ा भरोसा दे जाती है। थोड़ा भटक रहे आपको थोड़ा सा…। अच्छा भज्जी के बोलने के बाद वो फ्लिंटाफ की बॉल पर बोल्ड हो गया।

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