बिशन सिंह बेदी (Bishan Singh Bedi) एक आलराउंडर क्रिकेटर रहे हैं, वह बैटिंग के साथ बॉलिंग में भी अपनी महारत रखते थे। टीम के लिए वह एक अहम सहस्य थे। लेकिन एक क्षेत्र ऐसा है, जिसमें भी उनकी पकड़ थी, वह है राजनीति। वह खुलकर राजनीति नहीं करते थे, लेकिन राजनेताओं से उनका करीबी रिश्ता था। इसीलिए वह अक्सर टेलीफोन और टेलीग्राम के माध्यम से उनसे जुड़े रहते थे।
उनके राजनीतिक लगाव का क्रिकेट से क्या संबंध है, इसको लेकर भी तमाम तरह की बातें कही जाती हैं। लेकिन एक बार ऐसा हुआ कि वह पाकिस्तान खेलने गये और वहां से इंदिरा गांधी को टेलीग्राम भेज दिया। उसके बाद उनको कप्तानी से हटा दिया गया। इस घटना का जिक्र करते हुए बिशन सिंह बेदी ने पत्रकार राजीव शुक्ला को दिये एक इंटरव्यू में एक किस्सा सुनाया।
बेदी ने कहा कि भारतीय टीम एक गुडविल ट्रिप के तहत पाकिस्तान टूर पर गई थी। वहां भारत हार गया। हमारी टीम को एक अच्छी टीम से हार का सामना करना पड़ा। भारत टेस्ट मैच को ड्रा करने की स्थिति में नहीं था। जीतने की संभावना ही नहीं थी। उन्हीं दिनों में इंदिरा गांधी चिकमंगलूर से इलेक्शन जीती थीं। बेदी ने बताया कि उन्होंने वहीं से बधाई का टेलीग्राम उनको भेजा था। उन्होंने कहा कि उनको कप्तानी से ड्राप करने की वजह टेलीग्राम नहीं थी।
बिशन सिंह ने बताया कि जब हम मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया में पहली दफा जीते थे तो पहला टेलीग्राम मिसेज गांधी का मिला था। इसीलिए हमने भी उनको टेलीग्राम भेजा। कहा कि जब इंदिरा जी चुनाव जीतीं तो हम लोग पाकिस्तान में थे। तब महाराज होल्कर से बात करके हमने कहा था कि वह चिकमंगलूर से जीती हैं तो हमें उनको बधाई भेजनी चाहिए। बेदी ने पूछा कि अगर वह टेलीग्राम ही है जो मेरी कप्तानी डिसाइड करे तो डबल स्टैंडर्ड कहां पर है।