इस तस्वीर में बॉलिंग साइड टीम के कप्तान ने एक अलग ही स्ट्रेटजी अपनाई है। स्ट्राइक पर मौजूद बल्लेबाज को स्लिप में टोटल 9 फील्र्डर्स ने घेरे रखा है। कह सकते हैं कि मधुमक्खियों की तरह खिलाड़ियों ने बल्लेबाज के आस-पास खड़े हैं। आप यही सोच रहे होंगे कि आखिर कप्तान के माइंड में चल क्या रहा है? देखा जाए तो हर एक खेल में स्ट्रेटजी बनाई जाती है।
विवादों में आ गए थे Dennis Lillee
स्ट्रेटजी वर्क करेगी या नहीं ये डिपेंड करता है एक कप्तान की क्रिएटिव माइंड और सोचने की शक्ति पर। ये क्रिएटिविटी किस टीम के कप्तान की है और इसके पीछे की वजह क्या रही वो आपको आगे बताते हैं।
दरअसल साल 1977 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम मुकाबला उनके पड़ोसी देश न्यूजीलैंड से थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ग्रेग चैपल थे। आप सभी तो इस बात तो जानते ही होंगे कि बाद में ग्रैग चैपल टीम इंडिया के कोच भी बने थे। वही ग्रेग चैपल जिनकी सौरव गांगुली से रिश्ते खराब हो गए थे और टीम इंडिया की लड़ाई पब्लिक डोमन में आ गया था। खैर, मैच में ग्रैग चैपल ने एक ओवर की जिम्मेदारी महान तेज गेंदबाज Dennis Lillee को दी। Dennis Lillee काफी ज्यादा तेज़ गेंद फेंका करते थे।
Dennis Lillee की गेंदबाजी का सामना 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए पीटर पैट्रिक कर रहे थे। Dennis Lillee ने स्ट्रेटजी बनाई और पीटर को पूरी फिल्ड में शॉट्स खेलने के लिए उकसाया। Dennis Lillee ने टीम के 9 फिल्डर्स को स्लिप में खड़ा कर दिया। उस वक्त डिजाइनदार फील्डिंग की सेटअप पर काफी ज्यादा विवाद हुआ था।
हालांकि आप सोच रहे होंगे कि ये कप्तान के किसी प्लान का हिस्सा भी तो हो सकता है लेकिन विवाद की वजह दरअसल कुछ और ही है। मीडिया में ये सामने आई कि ग्रेग ने नहीं बल्कि Dennis Lillee के कहने पर ग्रेग ने जानबूझकर ऐसी फील्ड सजाई थी। रिपोर्ट्स की मानें तो डेनिस लिली को किसी मैगजीन के लिए ऐसी कुछ अजीबोगरीब तस्वीर की जरूरत थी।
ये पहले से ही तय था कि फिल्ड पर ऐसी फिल्डिंग लगाई थी वो भी एक फोटोग्राफर के कहने पर ऐसा किया गया था। नतीजा ये निकला था कि बल्लेबाज बार-बार लेग साइड में शॉट्स खेल रहा था और फिल्डर्स लेग साइड में बॉल को चेज कर रहे थे। इससे पहले क्रिकेट की दुनिया में ऐसी तस्वीर किसी ने पहले कभी नहीं देखी थी।