पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने एक बड़ी बात कही। वह नादिर अली पॉडकास्ट (Nadir Ali Podcast) में तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखते हुए अपनी जिंदगी के कई नए राज खोले। उन्होंने कहा कि 97 फीसदी लोग जो कर रहे हैं, वह उनसे दूर रहते हैं। वह उन चीजों पर ध्यान ही नहीं देते हैं। वह उनके बारे में सोचते ही नहीं हैं। कहा 90 फीसदी लोग एवरेज हैं, वह एवरेज सोचते हैं, वह एवरेज ख्वाब देखते हैं। दिन की नौकरी करते हैं, दिन का पैसा बनाकर मोटर साइकिल लेकर दौड़ते हैं।
शोएब बोले कि 90 फीसदी लोग जो बात करते हैं, वे जो सोचते हैं और दिन भर बहुत नीचे के स्तर पर रहते हैं, उन चीजों की तरफ वह देखते भी नहीं हैं। शोएब उसे नहीं करते हैं। तीन फीसदी लोग जो करते हैं, जो बड़ा सोचते हैं, बड़े इंटेलेक्ट हैं, शोएब उसी को करते हैं। अपने प्रोसेस पर ध्यान देते हैं। आगे जाना कैसे है, इस पर सोचते हैं।
शोएब कहते हैं कि 10-12 साल पहले उनके पास कुछ नहीं था। वे बार-बार रिजेक्ट हुए और सीखे, रिजेक्ट हुए और सीखे, रिजेक्ट हुए और सीखे। रिजेक्शन…रिजेक्शन…रिजेक्शन… एवरीटाइम ही गॉट रिजेक्टेड, ही गॉट मोटिवेटेड कि अब तो करना है।
शोएब कहते हैं कि उनका लक्ष्य पैसे कमाना नहीं, बल्कि बिलियन डॉलर मैन बनना है। उनकी सोच ही अलग है। कहा कि वह एंटरप्रिन्योरशिप लेना चाहते हैं, वह इकोनॉमी समझते हैं। वह कहते हैं कि वे चाहते हैं कि लड़के ब्रैंड बने, चार-पांच सौ करोड़ रुपये उनके पास आ रहे हों। ताकि जिंदगी में एक सुरक्षा दीवार बनी रहे। लोग उनके पीछे दौड़ रहे हों। वह अनावश्यक समझौता नहीं करते हैं, लेकिन जहां गलत हैं, उसे खुले दिल से स्वीकार करते हैं।
वे बताए कि जब वह मैदान में वसीम अकरम और वकार युनस जैसे लोगों को देखे तो लगा कि उनके सामने तो वह कुछ नहीं है, लेकिन अख्तर को उनसे ऊपर जाना था। कहा कि ट्रेनिंग के दौरान सैकड़ों बॉलर थे। लोगों ने कहा कि वे खेलेंगे तो शोएब बोले कि खेलेंगे सब, लेकिन स्टार सिर्फ शोएब बनेंगे। लोगों ने कहा कि कैसे तो वे बोले कि यह टाइम बताएगा। अपार्चुनिटी मिलने से पहले सभी मेहनत करते हैं, वह अपार्चुनिटी मिलती है उसके बाद मेहनत करते हैं।