क्रिकेट में कई बार ऐसा होता है कि आपका एक्सपीरिएंस आपको यह आइडिया दे देता है कि आप किस तरह खेलें कि सामने वाले पर दबाव बना सकें या फिर उनकी रणनीति में सेंध लगा सकें। इससे मैच में जीत-हार को लेकर बड़ी भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है। विरेंदर सहवाग ने सचिन तेंदुलकर को लेकर एक ऐसा ही खुलासा किया है।
सचिन पहले ही बता देते थे कि बॉलर क्या करने जा रहा है
एक इंटरव्यू में विरेंदर सहवाग और सचिन तेंदुलकर साथ-साथ थे। वहां पर बातचीत के दौरान विरेंद्र ने बताया कि इनका (सचिन) एक्सपीरियंस इतना ज्यादा था कि वे बॉलर के माइंडसेट के साथ खेलते थे कि उसने आउटस्विंग डाली है और मैंने चौका मारा है तो नेक्स्ट बॉल या तो वह बैक ऑफ लेंग्थ डालेगा या फिर विकेट के अंदर डालेगा। उनकी जो प्रिडिक्शन थी, वह ज्यादातर सच होती थी।
सहवाग ने कहा कि सचिन दो सौ टेस्ट मैच खेले हुए हैं, इसलिये 18 हजार रन बनाना कोई आसान काम नहीं है। यह बात झूठ नहीं है, यह तो सच है, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि ये चीजें मैंने इनसे बहुत सीखी है, मैं बाद में सोचने लगा कि अगर मैंने दो चौके इधर मारे हैं तो नेक्स्ट बालें शायद इधर आएंगी।
बताया कि ये (सचिन) शेयर भी करते थे कि लाला तैयार रहियो अब सीधी आएगी, पैड पर लग सकती है, मतबल पहले ही बता देते थे और नेक्स्ट बॉल सच में सीधी ही आती थी। तो मुझे बहुत मदद मिली इनके बदौलत।
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इसीलिए मैं कहता हूं कि जंगल में जब शेर के साथ चलते हो तो कोई भी तुम्हारी तरफ देखता नहीं है। शेर से डरते हैं। तो मैं रन चुपचाप बटोर लेता हूं। क्योंकि मुझे पहले ही पता होती थी कि यह बॉल वह ऐसी डालने वाला है तो मैं उसके लिए खुद को तैयार रखता था।
इस इंटरव्यू के दौरान सचिन ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ मैच की रणनीति को लेकर भी कई किस्से साझा किये और बताया कि सहारा कप के दौरान कैसे सईद अनवर भारतीय टीम के देवाशीष मोहंती की बॉल पर कैसे परेशान हो गये थे। तब देवाशीष मोहंती ने सईद के लिए रन लेना मुश्किल कर दिया था।