क्रिकेटर हनुमा विहारी जब महज चार साल के थे तभी उनके पिता दुनिया को अलविदा कह गए थे। तब उनकी मां पढ़ ही रही थीं। वह पीजी कर रही थीं। लेकिन, पति के जाने के बाद अचानक कंधे पर आ गई सारी जिम्मेदारियों को उन्होंने बखूबी निभाया और सब कुछ दांव पर लगा कर हनुमा को क्रिकेटर बनाया।
हनुमा जब बड़े हुए तो क्रिकेट के साथ-साथ उनकी जिंदगी में एक लड़की भी आई। प्रीति से उन्हें प्यार हुआ और उन्हीं से आगे चल कर शादी भी हुई। शादी से पहले दोनों 300 किलोमीटर दूर रहते थे। हनुमा हैदराबाद में और प्रीति वारंगल में। मैच के बीच के खाली दिनों में हनुमा बिना किसी को बताए प्रीति से मिलने वारंगल निकल जाया करते थे।
एक बार तो ऐसा हुआ कि रात के दो बजे हनुमा पर प्रीति से मिलने की सनक सवार हो गई। वह अपने एक दोस्त (ललित) के साथ शाम को क्लब गए थे। आधी रात बीत चुकी थी। करीब एक बजे जब दोनों दोस्त खाना खा रहे थे तो अचानक हनुमा ने ललित से कहा- मुझे प्रीति से मिलना है। ललित भौंचक रह गए। पूछा- मालूम है, क्या वक्त हो रहा है?
हनुमा जिद पर अड़े थे- मुझे कुछ नहीं पता, मिलना है। जिद और मनाने-समझाने में एक घंटा निकल गया। पर हनुमा नहीं माने। आखिरकार ललित को भी मानना पड़ा। इस चक्कर में खाना भी नहीं हो सका था।
ललित को अपना खाना लिए ही गाड़ी में बैठना पड़ा। एक हाथ में बिरयानी की प्लेट और दूसरे में राइस सांबर की। दोनों हाथों में खाने की प्लेट पकड़े ललित बगल में बैठे और हनुमा ने गाड़ी की स्टीयरिंग थामी। कार में ही खाना पूरा हुआ।
जब वे प्रीति के घर पहुंचे तो वहां अलग ही कहानी हो गई। रात था तो गेट बंद होना ही था। प्रीति को कॉल किया गया। वह कॉल करने पर भी नहीं आ सकीं। हनुमा ने दीवार फांद कर अंदर जाने की कोशिश भी की। पर, सब बेकार। फिर दोनों नाउम्मीदी लिए लौट गए।
मुश्किल मुलाकात में ही नहीं आई, बल्कि शादी में भी आई। पहले तो हनुमा को प्रीति को ही शादी के लिए मनाने में एक साल लग गया। प्रीति के परिवार का माहौल ऐसा था कि अंतरजातीय शादी के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता था। इसलिए प्रीति को समझाने में काफी वक्त लगा। जब वह मान गईं तो परिवार को मनाना और भी मुश्किल रहा। आखिरकार, कुछ सालों बाद परिवार राजी हुआ और फिर मई 2019 में दोनों की शादी हो सकी।
क्रिकेटर हनुमा और फैशन डिजाइनर प्रीति की शादी का रिसेप्शन जिस दिन हुआ, उस दिन एक अजीब बात हुई। उस दिन पूरे शहर में बरसात हो रही थी, लेकिन जिस जगह कार्यक्रम था वहां बारिश नहीं हो रही थी। कार्यक्रम खूली जगह में था। पूरी रात मेहमानों ने डीजे के धुनों पर डांस और मस्ती की। वैसे, यहां बता दें कि हनुमा डांस नहीं करते। एकदम नहीं।