क्रिकेटर आकाश मधवाल (Cricketer Akash Madhwal) ने आईपीएल 2023 में अच्छी सुर्खियां बटोरीं। केवल चार साल पहले तक वह उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में टेनिस बॉल क्रिकेट खेला करते थे। लेकिन, 2019 में जब उन्होंने ट्रायल दिया तो तब के उत्तराखंड के कोच वसीम जाफर और मौजूदा कोच मनीष झा का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया।
आकाश ने 24 साल की उम्र तक लाल गेंद से क्रिकेट नहीं खेला था। लेकिन कुछ ही साल में वह आईपीएल खेल रहे थे और उत्तराखंड राज्यस्तरीय टीम से आईपीएल खेलने वाले पहले क्रिकेटर बने। एलिमिनेटर राउंड में उन्होंने 3.3 ओवर में केवल पांच रन देकर पांच विकेट लेकर तहलका मचा दिया था।
इसके बाद कोच अवतार सिंह ने उन्हें फोन कर कहा- बेटा तूने पंजा मार दिया आज, गुरू साहब का आशीर्वाद है। दरअसल, इससे पहले जब एक मैच में आकाश ने तीन विकेट लिए थे तो अवतार सिंह ने उनसे हंसते हुए कहा था- पंच प्यारों की तरह कुछ फतह कर दे।
2019 में जब आकाश ट्रायल के लिए गए थे तो वसीम जाफर ने उन्हें सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में कर्नाटक के खिलाफ एक मैच में खेलने के लिए कह दिया। उस समय वह पूरी तरह तैयार नहीं था, फिर भी उसके अंदर की आग देख जाफर ने उन पर भरोसा किया था। अगले साल कोविड आ गया। रणजी ट्रॉफी नहीं हुआ। मनीष झा उत्तराखंड के हेड कोच बने तो उन्होंने भी आकाश पर पूरा भरोसा किया और तीनों फॉरमैट में खेलने के लिए कहा।
1993 में 25 नवंबर को पैदा हुए आकाश उत्तराखंड में धंडेरा (रुड़की) के हैं। वह ऋषभ पंत के पड़ोसी हैं। दोनों का घर आमने-सामने है। पंत को दिल्ली आने से पहले जिन अवतार सिंह ने क्रिकेट सिखाया, आकाश भी उन्हीं के चेले हैं। आकाश के दोस्त अनीश उन्हें लेकर अवतार सिंह के पास गए थे।
क्रिकेट में आगे बढ़ने से पहले आकाश ने इंजीनियरिंग की डिग्री भी ले ली है। उन्होंने नौकरी भी शुरू की। लेकिन, लोकल टीमें उन्हें अपनी ओर से खेलने के लिए बुलाती थीं। बदले में पैसे देते थे। तब लोकल टूर्नामेंट में उनके खेलने पर बैन भी लगा था। आकाश के पिता फौज में थे। 2013 में एक हादसे में उनकी जान चली गई थी।