पाकिस्तानी क्रिकेटर सलमान अली आगा (Salman Ali Agha) का कहना है कि जैसे सभी खिलाड़ी यहां तक पहुंचते हैं, वैसे वे भी क्रिकेट की ऊंचाइयों को छूए हैं। क्रिकविक (Cricwick) पॉडकास्ट को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने एक मजेदार बाद शेयर की।
उन्होंने कहा कि अपने देश में और दूसरे जगह चाहे जितने मैच खेलें, लेकिन जो जिम्मेदारी इंग्लैंड की काउंटी में सीखने को मिलती है, वह कहीं नहीं मिलती है। उन्होंने कहा कि वहां पर पूरी काउंटी टीम आप पर निर्भर होती है। वहां के खिलाड़ी यह मानकर चलते हैं कि विदेशी खिलाड़ी रन बनाएगा या विकेट लेगा तो टीम जीतेगी और यह नहीं करेगा तो टीम हारेगी। यानी अगर हम वहां खेल रहे हैं तो वे हम पर निर्भर रहेंगे। ऐसे में यह हम पर बड़ी जिम्मेदारी आ जाती है। उस समय हम बहुत ही सतर्क रहते हैं और टीम के प्रति अतिरिक्त मेहनत करते हैं।
सलमान ने यह भी बताया कि खेल के बाद काउंटी वाले आपको अकेला छोड़ देंगे। वे फिर प्रैक्टिस के वक्त ही मिलेंगे। बाकी वक्त आप खुद अकेले रहेंगे। खाना भी खुद से बनाइये या बाहर जाकर खाइये, कमरे की देखभाल करिये, बर्तन धुलिये, कपड़े धुलिये। यह सब करने से एक तरह की इंसान की अपनी जिम्मेदारी वहां सीखने को मिलती है। सलमान के मुताबिक यह अच्छा भी है।
सलमान अली ने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि इंग्लैंड में यह सब करना होगा, लेकिन बर्तन धुलना और खाना बनाना काउंटी ने सिखा दिया। सलमान अली का क्रिकेट में अच्छा रिकॉर्ड रहा है। सलमान अली ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 84 मैच खेले हैं और इस दौरान 5333 रन बनाये हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 169 रन का रहा है। इस दौरान उन्होंने 101 विकेट लिये हैं। गेंदबाजी में उनका सबसे अच्छा रिकॉर्ड 43 रन देकर पांच विकेट लेने का रहा है।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू श्रीलंका के खिलाफ की थी। इस दौरान उन्होंने अच्छा अनुभव पाया और सीखा कि दबाव में कैसे खेला जाता है। सलमान पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम के साथ कई मैचों में खेले हैं और उन्होंने उनसे काफी सीखा है। दोनों की अच्छी पार्टनरशिप रही है।