Cheteshwar Pujara : वेस्टइंडीज के साथ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम में नहीं लिये गये अनुभवी चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के बारे में यह चर्चा शुरू हो गई है कि अब वे शायद ही कभी टेस्ट टीम में वापसी कर पायें। उन्होंने अंतिम बार जून के दूसरे सप्ताह में इंग्लैंड के ‘द ओवल’ मैदान में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में टेस्ट मैच खेला था। हालांकि उनके पिता और कोच अरविंद पुजारा इससे इत्तफाक नहीं रखते हैं। उनको उम्मीद है कि चेतेश्वर एक बार फिर राष्ट्रीय टीम में वापसी करेंगे।
35 वर्षीय चेतेश्वर को टीम से बाहर किये जाने पर लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर भी हैरानी जता चुके हैं। गावस्कर ने कहा कि पुजारा को ‘बलि का बकरा’ बनाया गया। गावस्कर ने सवाल किया, ‘‘उन्हें हमारी बल्लेबाजी की विफलताओं के लिए बलि का बकरा क्यों बनाया गया है?
वह भारतीय क्रिकेट के एक वफादार सेवक, एक शांत और सक्षम व्यक्ति रहे हैं। किसी भी मंच पर उनके लाखों फॉलोवर नहीं हैं, जो उनके मामले में शोर मचाएंगे। उन्हें टीम से बाहर करना समझ से परे है।’’ उन्होंने पुजारा को टेस्ट टीम से बाहर किये जाने पर कहा कि सोशल मीडिया पर इस खिलाड़ी के फॉलोअर्स की संख्या विराट कोहली या रोहित शर्मा जैसी नहीं है। उनके लिए आवाज उठाने वाले ज्यादा लोग नहीं है।
पिता अरविंद ने कहा कि उनका बेटा राष्ट्रीय टीम में वापसी कर सकता है और उसने पहले ही दलीप ट्रॉफी के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पुजारा ने शनिवार को ट्विटर पर नौ सेकंड का वीडियो साझा किया है जिसमें वह बल्लेबाजी का अभ्यास करते हुए दिख रहे है।
उन्होंने कहा, ‘‘वह मानसिक रूप से बहुत मजबूत है। मैं चयन के बारे में टिप्पणी नहीं कर सकता। लेकिन मैंने जो देखा है, वह अपनी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी कर रहा है। वह वेस्टइंडीज टीम की घोषणा के बाद उसी दिन नेट पर कड़ी मेहनत कर रहा था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उसने दलीप ट्रॉफी की तैयारी शुरू कर दी है और काउंटी सर्किट पर खेलना जारी रखेगा। एक पिता और कोच के रूप में, मेरे लिए यह मानने का कोई कारण नहीं है कि वह वापसी क्यों नहीं कर सकता।’’ इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘‘पुजारा को टीम से बाहर करना और विफल हुए अन्य खिलाड़ियों को टीम में बनाये रखने का क्या मापदंड है?
मैं इसके कारण के बारे में नहीं जानता, क्योंकि आजकल चयन समिति के अध्यक्ष या ऐसे किसी भी व्यक्ति के साथ मीडिया की कोई बातचीत नहीं होती है जहाँ आप चयनकर्ताओं से सवाल कर सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘डब्ल्यूटीसी फाइनल में अजिंक्य रहाणे को छोड़कर सभी बल्लेबाज विफल हुए थे। टीम से बाहर सिर्फ पुजारा क्यों हुए।’’