डबल्यूटीसी (WTC) फाइनल की हार के बाद अब बीसीसीआई (BCCI) शायद कुछ खिलाड़ियों पर गाज गिरा सकती है। इन खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन के दम पर भारत को बहुत से मैच जीताए है। लेकिन बढ़ती उम्र और खराब फॉर्म के चलते बीसीसीआई (BCCI ) इन खिलाड़ियों को टीम से ड्रॉप करने का फैसला ले सकती है। इन खिलाड़ियों ने पिछले कुछ सालों से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। उन्हीं में से एक खिलाड़ी है चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) जिनकी हालिया अंतरराष्ट्रीय फॉर्म कुछ अच्छी नहीं है।
35 वर्षीय पुजारा ने साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ अपना डेब्यू किया था और अब तक वो कुल 103 मैच खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने 7195 रन बनाए है। पुजारा भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में 8वें नंबर पर आते है। पुजारा ने अपनी बल्लेबाजी से भारतीय क्रिकेट में बहुत योगदान दिया है लेकिन साल 2019 के बाद से पुजारा का बल्ला खामोश है।
पुजारा ने साल 2019 के बाद से केवल एक शतक लगाया है। हालांकि पुजारा ने साल 2020–21 में हुई बॉर्डर गावस्कर सीरीज जीताने में बहुत अहम भूमिका निभाई थी। पुजारा एक छोर पर दीवार की तरह खड़े रहते थे। जिसका फायदा भारत के अन्य बल्लेबाजों को मिलता था। लेकिन उसके बाद से पुजारा ने कोई खास प्रदर्शन नहीं किया है। हालांकि पुजारा को पिछले साल टीम से ड्रॉप भी कर दिया गया था लेकिन पुजारा ने काउंटी (County) में ससेक्स (Sussex) की तरफ से खेलते हुए रनों का अंबार लगा दिया था जिसके बाद ही उनकी टीम में वापसी हुई थी।
वापसी के बाद से पुजारा ने अभी तक कोई खास प्रदर्शन नहीं किया है और उनकी पिछली बॉर्डर गावस्कर सीरीज (Border -Gavaskar Series) भी अच्छी नहीं गई थी। ऐसे में बीसीसीआई (BCCI) उनकी बढ़ती उम्र और खराब फॉर्म को देखते हुए डबल्यूटीसी के अगले साइकिल को ध्यान में रखते हुए उन्हें टीम से ड्रॉप कर सकती है। बता दें कि, भारत को अगले महीने वेस्टइंडीज (Westindies) से टेस्ट सीरीज खेलनी है। सीरीज का पहला टेस्ट मैच 12 से 16 जुलाई के बीच खेला जाएगा।