Site icon Cricketiya

Bazball : क्रिकेट में आक्रामक बल्लेबाजी का आया नया दौर, जानिये ब्रैंडन मैक्कुलम और बैजबॉल में क्या है संबंध

Brendon McCullum

न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर और इंग्लैंड के टेस्ट कोच ब्रैंडन मैक्कुलम। (फोटो- फेसबुक)

England-Australia Ashes Series: इंग्लैंड टीम के खेलने का अंदाज और खिलाड़ियों की आक्रामकता क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बने हुए हैं। इन दिनों इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया के साथ एशेज मैच चल रहे हैं। इसमें बैजबॉल (Bazball) शब्द का काफी उपयोग हो रहा है। बैजबॉल इंग्लैंड क्रिकेट टीम का रचा हुआ एक शब्द है।

दरअसल न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर और इंग्लैंड के टेस्ट कोच ब्रैंडन मैक्कुलम (Brendon McCullum) का निकनेम Bazz है और वह जिस रणनीति के तहत खेलते थे, उसको बैजबॉल के नाम से पुकारा जाने लगा था। यह शब्द खेल में खिलाड़ी की आक्रामकता का संकेत करता है। इस तरह अब यदि कोई खिलाड़ी आक्रामक अंदाज में बैटिंग करता है तो उसके अंदाज को बैजबॉल कहा जाता है।

इसी को लेकर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट गीव्स (Bazball) ने एक बात कही है। उनका मानना है कि एशेज के दौरान इंग्लैंड का अति आक्रामकता भरा रवैया उस पर भारी पड़ सकता है। गीव्स ने कहा कि एजबेस्टन में पहले टेस्ट के पहले दिन ही पारी घोषित कर बेन स्टोक्स की टीम ने ‘अति अंहकार’ का संकेत दिया।

इंग्लैंड ने पहली पारी आठ विकेट पर 393 रन पर घोषित कर दी थी, जबकि जो रूट 118 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे और घरेलू टीम कुछ और रन आसानी से जुटा सकती थी जिससे उन्हें मनोवैज्ञानिक फायदा मिल जाता।

कई विशेषज्ञों ने इंग्लैंड के इस तरह पारी घोषित करने के फैसले की आलोचना की थी और आस्ट्रेलिया ने दो विकेट से टेस्ट मैच जीत लिया था। नतीजा हासिल करने के लिए अति आक्रामक रूख अपनाने के इंग्लैंड के खेल को ‘बैजबॉल’ कहा जाता है और गीव्स का मानना है कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ यह उनका यह रवैया कारगर साबित नहीं होगा।

गीव्स ने ‘सेन रेडियो’ से कहा, ‘‘बैजबॉल की वजह से इंग्लैंड को असफलता मिली और मुझे लगता है कि अगर हम हार भी जाते हैं तो कम से कम हम सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेल रहे हैं और वैसे भी हम पहले टेस्ट में जीत ही गये।’’ इकतालिस वर्षीय गीव्स ने कहा, ‘‘एशेज में आस्ट्रेलिया के खिलाफ यह कारगर नहीं होगा।

Exit mobile version