Stories

इंग्लैंड के जबड़े से ऑस्ट्रेलिया ने छीनी जीत

ऑस्ट्रेलिया (Australia) और इंग्लैंड (England) के बीच एशेज सीरीज (Ashes) का पहला टेस्ट मैच बहुत ही दिलचस्प अंदाज में समाप्त हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में 2 विकेट से जीत दर्ज कर ली। ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की एशेज सीरीज में 1–0 की बढ़त बना ली है। ये टेस्ट मैच बहुत ही रोमांचक था जिसमें कौन सी टीम जीत रही है इसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल था। कभी मैच में इंग्लैंड हावी हो रही थी तो कभी ऑस्ट्रेलिया भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही थी। लेकिन दोनों टीमों ने अंत तक हार नहीं मानी और लड़ती रही लेकिन आखिर में ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में जीत दर्ज कर ली। ‌

ऑस्ट्रेलिया को आखिरी दिन जीत के लिए 174 रन चाहिए थे जबकि इंग्लैंड को जीत के लिए 7 विकेटों की दरकरार थी। लेकिन 5 वें दिन का खेल शुरू होने से पहले ही बारिश शुरू हो गई और लोगों के बीच की उत्सुकता और बढ़ती गई। बारिश के कारण मैच लगभग 3 घंटे की देरी से शुरू हुआ।

ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) और स्कॉट बोलैंड (Scott Boland) ने पांचवे दिन संभल कर खेलना शुरू किया।लेकिन स्कॉट बोलैंड को जिस काम के लिए भेजा गया था उससे कहीं ज्यादा अच्छा काम स्कॉट बोलैंड ने ऑस्ट्रेलिया के लिए कर दिया था। स्कॉट बोलैंड ने नाइटवॉचमैन की भूमिका बखूबी निभाई। स्कॉट बोलैंड के आउट होने के बाद ट्रेविस हेड (Travis Head) मैदान पर आए लेकिन ख्वाजा की धीरी बल्लेबाजी के कारण हेड पर दबाव बनता गया। हेड मोईन अली (Moeen Ali) की शानदार गेंद पर स्लिप में कैच आउट हो गए। कैमरन ग्रीन (Cameron Green) ने उस्मान ख्वाजा का अच्छे से साथ दिया लेकिन जब लगने लगा कि ऑस्ट्रेलिया ये मैच आसानी से जीत जायेगा तभी कैमरन ग्रीन थर्डमैन की तरफ सिंगल लेने के चक्कर में बोल्ड हो गए।

कैरी (Alex Carey) और ख्वाजा ऑस्ट्रेलिया को जीत की तरफ ले जा रहे थे कि तभी इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) की गेंद पर ख्वाजा भी ग्रीन की तरह बोल्ड हो गए। ख्वाजा के आउट होने के बाद लगा कि इंग्लैंड ये मैच आसानी से जीत जायेगा लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान तो कुछ और ही प्लान बनाकर आए थे।

कमिंस ने कैरी के साथ मिलकर स्कोरबोर्ड को चलाना शुरू किया। कैरी रूट पर बड़े शॉट खेलने के चक्कर में रूट के हाथों कैच आउट हो गए। रूट ने अपनी ही गेंद पर शानदार कैच पकड़कर कैरी की पारी का अंत किया। इंग्लैंड को जीत के लिए 54 रनों की जरूरत थी और उसके दो विकेट बाकी थे। ऑस्ट्रेलिया के हाथों से ये मैच फिसलता हुआ दिख रहा था तभी कप्तान कमिंस ने रूट के एक ओवर में 14 रन मार दिए और मैच को बराबरी पर ला दिया। कमिंस एक छोर पर रन बनाते जा रहे थे और लियोन उनका साथ दे रहे थे। लियोन के कैच को बेन स्टोक्स पकड़ने में कामयाब नहीं हुए और इंग्लैंड इस मैच को नहीं जीत पाया। कमिंस ने बड़ी सूझबूझ के साथ खेलकर ऑस्ट्रेलिया को ये मैच जीता दिया। इसी ग्राउंड पर दोनों टीमों के बीच 18 साल पहले भी एक ऐसा ही मैच हुआ था जिसमें ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 282 रन बनाने थे लेकिन ऑस्ट्रेलिया वो मैच 2 रन से हार गया था लेकिन इस बार भी ये मैच बिलकुल उसी मैच की तरह चल रहा था। सभी चीजें इसी मैच की तरह हुई बस नतीजे को छोड़ कर वो ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में गया।

आकाश अवस्थी, दिल्ली विश्वविद्यालय में ग्रेजुएशन के छात्र है। इनकी खेल और राजनीति में विशेष दिलचस्पी है और उन मुद्दों पर लिखना पसंद करते है।