Australia Handscomb Suffered Indian Spinners: क्रिकेटर जब मैदान पर होते हैं तो उस समय उनको अपने सभी स्किल्स का उपयोग करने की जरूरत पड़ती है। उन्हें यह नहीं पता होता है कि सामने वाला किस तरह की बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने जा रहा है। साथ ही क्षेत्ररक्षण कर रहे खिलाड़ी को अपनी फुर्ती का भी पूरा उपयोग करना होता है। जरा सी चूक से कैच छूट जाता या बॉल बाउंड्री के पार हो जाती है। ऐसे में सीनियर खिलाड़ी का अनुभव काफी काम आता है।
दुनिया में ऑस्ट्रेलियाई टीम काफी तेज और प्रोफेशनल माने जाते है, लेकिन कभी-कभी उनको भी दूसरों से सीखने की जरूरत पड़ जाती है। ऐसा कई बार हुआ है कि भारतीय स्पिनरों के आगे उनकी नहीं चल सकी।
Australia Handscomb Suffered Indian Spinners: पैरों का सही उपयोग करने का तरीका जानने के लिए मांगी थी सलाह
ऑस्ट्रेलिया के मध्य क्रम के बल्लेबाज (Middle Order Batsman) और विकेट कीपर पीटर स्टीफन पैट्रिक हैंड्सकॉम्ब (Peter Stephen Patrick Handscomb) ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड (Sydney Morning Herald) को दिये इंटरव्यू में एक रोचक घटना का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि 2016 के आईपीएल मैच में वह भारतीय स्पिनरों को झेलते हुए परेशान हो गये थे।
उस दौरान वह भारतीय उपकप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर कर रहे थे। हैंड्सकॉम्ब बताते हैं कि इस परेशानी से उबरने में अजिंक्य रहाणे का मंत्र बहुत काम आया।
इस दौरान हैंड्सकॉम्ब को रहाणे ने बताया कि स्पिनर बाल पर लेग साइड को खोलने के लिए पैरों और कलाई का किस तरह उपयोग करें। असल में इससे पहले हैंड्सकॉम्ब इन शॉट्स को मिडविकेट के माध्यम से अपने पिछले पैर से खेला करते थे। जो उनको सही नहीं लग रहा था।
इंटरव्यू में हैंड्सकॉम्ब ने कहा कि मुझे यह सीखने के लिए किसी की ज़रूरत थी। इसलिए हमने भारतीय उपकप्तान अजिंक्य रहाणे से इस बारे में मंत्र देने की गुहार लगाई। मैंने उनसे अगले पैर को बाहर करने और वहां से गेंद को आसानी से मैनिपुलेट करने के बारे में बातें कीं।
हैंड्सकॉम्ब दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम, जिसका नया नाम अरुण जेटली स्टेडियम हो गया है, में मैच के दौरान पहली पारी में 142 गेंदों में नाबाद 72 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में स्वीप शॉट खेलते हुए जीरो पर आउट हो गये थे।
मेलबर्न, विक्टोरिया (Melbourne, Victoria) के रहने वाले हैंड्सकॉम्ब के माता-पिता ब्रिटेन के रहने वाले थे। शुरुआत में उनका रुझान टेनिस (Tennis) की तरफ था। वह टेनिस के अच्छे खिलाड़ी माने जाते थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपना मन बदल लिया और क्रिकेट की ओर रुख किया। अपने गृह राज्य विक्टोरिया की ओर से खेलते हुए उनका पहला मैच क्विंसलैंड (Queensland) के खिलाफ था। इस मैच में उन्होंने 71 रनों की शानदार पारी खेलकर अच्छी पहचान बनाई थी।