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174 रन या 7 विकेट, इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया में कौन मारेगा बाजी

ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा और लाबूसेन, फोटो फेसबुक

इंग्लैंड (England) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बीच पहला टेस्ट मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। ऑस्ट्रेलिया को चौथी पारी में जीत के लिए 174 रन चाहिए जबकि इंग्लैंड को ये मैच अपने नाम करने के लिए 7 विकेटों की जरूरत है।


पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन का आधे से ज्यादा खेल पानी की वजह से धूल गया। चौथे दिन इंग्लैंड ने 2 विकेट के नुकसान पर 28 रन से आगे खेलना शुरू किया। रूट (Joe Root) ने दिन की पहली ही गेंद पर कमिंस (Pat Cummins) को रिवर्स स्वीप मारने का प्रयास किया लेकिन गेंद में अतिरिक्त उछाल के कारण स्टंप को मिस करती हुई सीधे कीपर के हाथों में चली गई। रूट के इसी शॉट से पता चल गया था कि इंग्लैंड किस तरीके से इस पारी में खेलेगी। चूंकि इंग्लैंड ने 2 विकेट जल्दी गवां दिए थे तो लग रहा था कि इंग्लैंड के बल्लेबाज थोड़ा समय लेंगे उसके बाद आक्रामक खेल खेलना शुरू करेंगे। लेकिन रूट और ओली पोप (Ollie Pope) ने अपना खेल खेलना जारी रखा और रनों की गति को बढ़ाते गए लेकिन कमिंस की शानदार इनस्विंग यॉर्कर का पोप के पास कोई जवाब नहीं था। पोप के आउट होने के बाद भी रूट और हैरी ब्रुक ने आक्रामक रवैया अपनाए रखा और खराब गेंदों को सही नसीहत दी। रूट ज्यादा आक्रामक होने के कारण नाथन लियोन (Nathan Lyon) की गेंद पर स्टंप हो गए। रूट के आउट होने के बाद कप्तान स्टोक्स क्रीज पर आए। स्टोक्स (Ben Stokes) हालांकि फॉर्म से जूझ रहे थे लेकिन हैरी ब्रुक (Harry Brook) ने करो या मरो का ठान रखा था। ब्रुक लियोन की पहली गेंद पर बाउंड्री लगाने के बाद भी अगली गेंद को बाउंड्री पार भेजना चाहते थे लेकिन लाबूसेन (Marnus Labuachange) ने मिडविकेट में ब्रुक का शानदार कैच पकड़ लिया और ब्रुक को पवेलियन की राह दिखा दी। स्टोक्स ने जैसे तैसे अपनी पारी को आगे बढ़ाया और कुछ शानदार शॉट भी खेले लेकिन पूरी पारी के दौरान वो लय में नजर नहीं आए। स्टोक्स के आउट होने के बाद कोई भी बल्लेबाज ज्यादा देर तक नहीं टिक सका। सभी बल्लेबाज बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में अपना विकेट गंवाते रहे। एंडरसन (James Anderson) और ब्रॉड (Stuart Broad) ने आखिरी में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को थोड़ा छकाया लेकिन कमिंस की बाउंसर का एंडरसन के पास कोई जवाब नहीं था। इंग्लैंड की दूसरी पारी 273 रनों में निपट गई। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे ज्यादा लियोन और कमिंस ने 4–4 विकेट लिए।

282 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम की शुरुआत अच्छी रही। वार्नर (David Warner) और ख्वाजा (Usman Khawaja) ने मिलकर टीम को एक सधी हुई शुरुआत दिलाई। जब लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया इस मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है तभी ऑस्ट्रेलिया का वार्नर के रूप में पहला विकेट गिर गया। इसके बाद लाबूसेन ने मोईन अली के ऊपर दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन ब्रॉड की गेंद को छेड़ने के चक्कर में वो अपना विकेट गवां बैठें। लाबूसेन के आउट होने के बाद स्टीव स्मिथ ने ख्वाजा के साथ पारी को आगे बढ़ाया लेकिन वो भी ब्रॉड की घातक गेंदों के आगे कुछ नहीं कर सके। ब्रॉड की ही गेंद पर स्मिथ कवर ड्राइव मारने के चक्कर में कीपर को कैच दे बैठे। दिन का खेल समाप्त होने वाला था इसलिए ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाज को न भेजकर नाइटवॉचमैन के रूप में स्कॉट बोलैंड (Scott Boland) को भेजा ताकि दिन का खेल समाप्त होने तक कोई विकेट न गिरे। स्कॉट बोलैंड ने ठीक वैसे ही किया और दिन का खेल समाप्त होने तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया। ऑस्ट्रेलिया ने दिन का खेल खत्म होने तक 3 विकेट पर 107 रन बना लिए थे। पहली पारी के शतकवीर ख्वाजा अभी नाबाद खेलने में लगे हुए थे।

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