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नवजोत स‍िंंह स‍िद्धू को शानदार क्र‍िकेटर बनाने में एक आर्ट‍िकल का रहा सबसे बड़ा रोल

Former Cricketer | Team India Player | Najot Singh Sidhu

टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी नवजोत सिंह सिद्धू। (फेसबुक)

क्र‍िकेटर से कमेंटेटर और फ‍िर नेता बने नवजोत स‍िंह स‍िद्धू 1983 में पहली बार टीम इंड‍िया में शाम‍िल हुए थे। हालांक‍ि, तब वह बहुत कमाल नहीं कर सके थे और काफी कम वक्‍त के ल‍िए टीम में रहे थे। तब उनके बारे में इंड‍ियन एक्‍सप्रेस अखबार में एक आर्ट‍िकल छपा था। यह आर्ट‍िकल राजन बाला ने ल‍िखा था। इस आर्ट‍िकल ने नवजोत स‍िंंह स‍िद्धू की ज‍िंंदगी बदल दी थी।

आर्ट‍िकल में स‍िद्धू को ‘स्‍ट्रोकलेस वंडर’ कहा गया था। उसमें कहा गया था क‍ि ये नेट के बाहर गेंद नहीं फेंक सकता, छक्‍के क्‍या लगाएगा। नवजोत के प‍िता यह आर्ट‍िकल पढ़ कर रोने लगे थे। वह जब बाथरूम से नहा कर न‍िकले तो देखा प‍िता की आंखों से आंसू छलक रहे थे। प‍िता ने कुछ छ‍िपाने की कोश‍िश की, पर स‍िद्धू भांप गए थे।

जब प‍िता काम पर कोर्ट चले गए तो स‍िद्धू ने देखा क‍ि उनके प‍िता ज‍िस जगह बैठ कर रो रहे थे, वहां अखबार छ‍िपा कर गए थे।  स‍िद्धू ने अखबार न‍िकाला और वह आर्ट‍िकल देखा। उन्‍होंने उस आर्ट‍िकल को अपने अलमारी में च‍िपका ल‍िया। वह रोज सुबह उठ कर सबसे पहले उसे पढ़ा करते थे। उस आर्टि‍कल ने स‍िद्धू की ज‍िंंदगी का मकसद बदल द‍िया था।

इससे पहले हालत यह थी क‍ि जब स‍िद्धू के प‍िता सवेरे उन्‍हें जगाते और एक्‍सरसाइज करने के ल‍िए कहते तो स‍िद्धू चुपके से दूसरे कमरे में जाकर सो जाते। थोड़ी देर बाद टी-शर्ट पर पानी के छींटे मार कर न‍िकलते ताक‍ि ऐसा लगे क‍ि टी-शर्ट पसीने से भीगी है। लेक‍िन, ‘इंड‍ियन एक्‍सप्रेस’ के उस आर्ट‍िकल का उनके प‍िता पर जो असर हुआ, वह देख कर स‍िद्धू पूरी तरह बदल गए थे।

स‍िद्धू के प‍िता का सपना था क‍ि बेटा क्र‍िकेट में अच्‍छा करें। टीम इंड‍िया में बेटे का चयन भी हो गया था। लेक‍िन, नाम नहीं हो सका था। इसके दो-तीन साल बाद ही उनके प‍िता का देहांत भी हो गया। स‍िद्धू टूट चुके थे। एक-दो महीने उन्‍हें कुछ समझ नहीं आ रहा था क‍ि क्‍या करें। खेलना एकदम बंद कर द‍िया। तब उनकी पत्‍नी, चचेरे भाई सबने कहा क‍ि अगर तुम चाहते हो प‍िता की यादें तुम्‍हारे द‍िल में ज‍िंंदा रहें तो मेहनत करो। वो करो जो वह चाहते थे। इसके बाद स‍िद्धू की ज‍िंंदगी बदल गई और उनका मकसद प‍िता का सपना पूरा करना ही रह गया था।
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