वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) में टीम इंडिया बैकफुट पर है। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 469 रनों के जवाब में रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम का टॉप ऑर्डर फेल रहा। भारत का स्कोर 5 विकेट पर 151 रन है और उसकी उम्मीदें 18 महीने बाद टेस्ट मैच खेल रहे खिलाड़ी पर टिकी है। वह 71 गेंदों पर 29 रन बनाकर खेल रहे हैं। उन्होंने रविंद्र जडेजा के साथ 5वें विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी की। जडेजा दूसरे दिन का खेल समाप्त होने से 48 रन बनाकर नाथन लियोन की गेंद पर आउट हुए।
अजिंक्य रहाणे के साथ क्रीज पर श्रीकर भरत टिके हुए हैं। उन्होंने 5 रन बनाए हैं। रहाणे को इस पारी एक जीवनदान मिल चुका है। पैट कमिंस की गेंद पर उन्हें एलबीडब्ल्यू दे दिया गया था। उन्होंने रिव्यू लिया और गेंद नो-बॉल निकली। दाएं हाथ का यह बल्लेबाज चोट लगने के बाद भी क्रीज पर डटा हुआ है। एक गेंद उन्हें उंगली पर लगी , तो एक गेंद उनके हेल्मेट पर, लेकिन वह क्रीज पर डटे हुए हैं।
अजिंक्य रहाणे के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। उन्हें टीम में चुना गया क्योंकि श्रेयस अय्यर चोटिल हो गए। इंडियन प्रीमियर लीग 2023 (IPL 2023) से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आई थी। इसी सीरीज के दौरान तय हुआ कि डब्ल्यूटीसी फाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेल जाएगा। तबतक किसी ने नहीं सोचा था कि जनवरी 2022 से टीम से बाहर चल रहा कोई खिलाड़ी टीम में जगह पा जाएगा।
आईपीएल 2023 की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) से जुड़ने के बाद अजिंक्य रहाणे का नया कलेवर और तेवर देखने को मिला। उन्होंने अपने अंदाज से विपरीत बल्लेबाजी की। इससे पहले उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में रन बनाया था। ऐसे में श्रेयस अय्यर के चोटिल होने पर डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए उनका चयन हो गया। अब वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खिताब की लड़ाई में एकमात्र योद्धा दिख रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि वह भारत की डूबती नैया को पार लगाएंगे।
ऐसा नहीं है कि अजिंक्य रहाणे ऐसी परिस्थितियों में नहीं रहे हैं। वह पहले भी भारत की डूबती नैया को पार लगा चुके हैं। भारत का 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया का ऐतिहासिक दौरा। टीम इंडिया 2-1 से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीती थी। वह भी तब जब टीम पहले मैच में बुरी तरह हारी थी। एडिलेड ओवल में खेले गए पहले टेस्ट में टीम इंडिया दूसरी पारी में 36 रन पर सिमट गई थी। कप्तान विराट कोहली इस मैच के बाद भारत लौट गए थे।
इतनी बड़ी हार के बाद हर कोई मान रहा था कि टीम इंडिया का क्लीन स्वीप होगा, लेकिन हुआ सबकुछ उलट। विराट कोहली भारत लौटे और टीम इंडिया की कमान अजिंक्य रहाणे के हाथों में थी। उन्होंने केवल कप्तानी नहीं बल्कि बल्लेबाज के तौर पर भी उदाहरण पेश किया। मेलबर्न में दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया को 8 विकेट से जीत मिली। मैच की पहली पारी में रहाणे ने शतक जड़ा। वह प्लेयर ऑफ द मैच रहे। इसके बाद खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद भी टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। 2-1 से सीरीज अपने नाम कर लिया।