वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाजी आक्रमण के सामने भारतीय बल्लेबाजों में आधी टीम नाकाम साबित हुई। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी में 469 रन के जवाब में बैटिंग के लिए आई भारतीय टीम के पांच बल्लेबाज 151 रन के अंदर पवेलियन लौट चुके हैं। आउट होने वाले बल्लेबाजों में शुभमन गिल, रोहित शर्मा, विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और रविंद्र जडेजा हैं। इनमें से गिल और पुजारा का विकेट एकदम समान तरीके से गिरा।
शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा के विकेट पर पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा दोनों ही पहली पारी में फ्लॉप साबित हुए। जहां गिल ने 13 रन बनाए तो वहीं पुजारा ने 14 रन की पारी खेली। पुजारा और गिल एक तरह से ही आउट हुए। दोनों फ्रंटफुट का सही इस्तेमाल करने में नाकाम रहे और गेंद को छोड़ने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठे।
गिल और पुजारा के विकेट पर बात करते हुए रवि शास्त्री ने कहा कि इंग्लैंड में इस तरह से गेंद को छोड़ना बहुत गलत था। शुभमन गिल अभी सीख रहे हैं, लेकिन पुजारा के पास 100 टेस्ट का अनुभव है, उनका इस तरह से आउट होना दुर्भाग्यपूर्ण था।
रवि शास्त्री ने आगे कहा कि हम इंग्लैंड में बॉल छोड़ने की बात करते हैं और हमेशा बात करते हैं कि आपको पता होना चाहिए कि आपका ऑफ स्टंप कहां है। शुभमन गिल अपने फुटवर्क को लेकर थोड़े आलसी हैं। वो सीख जाएंगे, वो अभी भी युवा हैं, लेकिन पुजारा का प्रदर्शन काफी निराशाजनक था।
रवि शास्त्री ने पुजारा के विकेट पर बोलते हुए कहा कि उनके पास 100 टेस्ट खेलने का और इंग्लैंड में भी खेलने का काफी अनुभव है। आपका पैर गेंद की तरफ और गेंद की लाइन में होना चाहिए, इसलिए हमेशा कहा जाता है कि आपको पता होना चाहिए कि आपका ऑफ स्टंप कहां है। शास्त्री ने आगे कहा कि बल्लेबाजी करते वक्त सामने वाले पैर को गेंद की तरफ जाना चाहिए, न कि गेंद से दूर। वो खेलने के लिए तैयार होते थे और सोचते थे कि इस गेंद को छोड़ देना चाहिए।