World Cup 2023 and Dew Factor, Rohit Sharma
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World Cup 2023 and Dew Factor: ICC ने वर्ल्ड कप में ओस से बचने के लिए अपनाया अनोखा तरीका, जानिए क्या हैं ग्राउंड्समैन को निर्देश

World Cup 2023 and Dew Factor: World Cup 2023 की शुरुआत भारत में 5 अक्टूबर से इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के मुकाबले से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होगी और इसका समापन 19 नवंबर को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ही होगा। वर्ल्ड कप भारतीय मौसम के अनुसार लगभग सर्दियों में खेला जा रहा है इसलिए वर्ल्ड कप में ओस का असर पड़ सकता है।

World Cup 2023 and Dew Factor: 2021 टी 20 वर्ल्ड कप में ओस ने एकतरफा बना दिया था टूर्नामेंट

ओस को देखते हुए ही आईसीसी ने ग्राउंडसमैन को नए निर्देश दिए है। ताकि मैच में ओस का प्रभाव कम से कम देखने को मिले। साल 2021 में यूएई में हुए टी 20 वर्ल्ड कप ओस की वजह से ही बर्बाद हो गया था। जो भी टीम टॉस जीतती थी वो मैच भी जीत जाती थी। मैच में गेंद और बल्ले के बीच तालमेल देखने को नहीं मिल रहा था।

इसलिए आईसीसी ने फैसला किया है कि इस वर्ल्ड कप पर ओस का ज्यादा असर न पड़े इसलिए उन्होंने मैदानों पर ज्यादा घास छोड़ने को कहा है। ताकि ओस के प्रभाव को कम किया जा सके। भारत में सर्दियों में ओस गिरने का खतरा रहता है इसलिए आईसीसी ने ये कदम उठाया है। ताकि बाद में गेंदबाजी करने वाली टीम को ज्यादा दिक्कत का सामना न करना पड़े।

ICC Rules: बाउंड्री बढ़ा दी जाए

इतना ही नहीं आईसीसी ने गेंद और बल्ले के बीच संतुलन बनाने के लिए ग्राउंड्स मैन को ये आदेश दिया है कि बाउंड्री का साइज भी बढ़ाया जाए। आईसीसी ने कहा कि बाउंड्री की निर्धारित सीमा 70 मीटर या इससे ऊपर होनी चाहिए।

जबकि ग्राउंड की निर्धारित बाउंड्री 65–85 मीटर तक हो सकती है। भारत में स्पिन गेंदबाजों को ज्यादा फायदा मिलता है इसके लिए भी आईसीसी ने पिच क्यूरेटर को आदेश दिया है कि पिच पर ज्यादा घास छोड़ी जाए ताकि तेज गेंदबाजों को भी मदद मिल सके।

Team India: 8 अक्टूबर को है पहला मैच 

भारतीय टीम को अपने टूर्नामेंट का आगाज 8 अक्टूबर को चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करना है। आपको बता दें, कि चेन्नई स्पिन फ्रेंडली विकेट है और यहां पर स्पिन गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलती है। लेकिन ओस के बाद कोई भी गेंदबाज ज्यादा असर नहीं डाल पाता है।

भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता Ajit Agarkar ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कहा भी था कि इस वर्ल्ड कप में ओस का प्रभाव देखने को मिलेगा। और उसी के अनुसार हम अपनी टीम कॉम्बिनेशन खिलाएंगे।

आकाश अवस्थी, दिल्ली विश्वविद्यालय में ग्रेजुएशन के छात्र है। इनकी खेल और राजनीति में विशेष दिलचस्पी है और उन मुद्दों पर लिखना पसंद करते है।