टीम इंडिया के डब्ल्यूटीसी के फाइनल (WTC Final) में हार जाने की वजह को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं लगातार आ रही है। भारत के स्टार क्रिकेटर रहे विरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) ने टीम के मैनेजमेंट पर कड़ा कमेंट किया। उन्होंने कहा कि जब टीम के जिम्मेदार लोग ऊलजुलूल फैसला करेंगे तो यही होगा।
विरेंदर सहवाग का मानना है कि पूरी टीम को पता था कि ऑस्ट्रेलिया के पास बाएं हाथ के कई बल्लेबाज हैं। वे सब टीम में खेल रहे हैं। इसके बावजूद टीम इंडिया ने राइट आर्म ऑफ स्पिन गेंदबाजी (Right Arm Off Spin Bowling) करने वाले रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को बाहर रखा। यह साफ तौर पर गलत फैसला था।
आर. अश्विन टेस्ट में सबसे ज्यादा 435 विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज हैं। उन्होंने 2021 में अपने 77वें टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ पिंक बॉल से खेलते हुए सबसे तेज 400 विकेट लेने वाले विश्व के दूसरे गेंदबाज होने का रिकॉर्ड बनाया था।
इसके अलावा 2021 में ही चेन्नई टेस्ट में अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली गेंद पर विकेट लेकर नया इतिहास रचा था। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा 114 साल बाद हुआ था। इसके पहले पारी की पहली गेंद पर किसी स्पिनर के विकेट लेने का रिकॉर्ड 1907 में साउथ अफ्रीका के बर्ट वोगलर ने बनाया था।
उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने इसे अपने दिमाग में खो दिया। चैंपियनशिप जीतने के लिए बेहतर मानसिकता और दृष्टिकोण की जरूरत है, जिसे टीम इंडिया नहीं दिखा सकी। टीम इंडिया की खामियों को लेकर लोग सोशल मीडिया पर भी खूब आलोचना कर रहे हैं। कई लोग एक के बाद एक लगातार मैच होने से खिलाड़ियों के शारीरिक फिटनेस पर भी सवाल उठा रहे हैं।
उनका कहना है कि अगर आईपीएल (IPL) के बाद कोई महत्वपूर्ण चैंपियनशिप हो तो बीसीसीआई को भी खिलाड़ियों को आराम करने देना चाहिए था। अनुबंध (Contract) के तहत खिलाड़ी अपने दम पर आईपीएल नहीं छोड़ सकते, बोर्ड को इसके लिए उनकी मदद करनी चाहिए। 2 महीने लंबा आईपीएल और फिर एक टेस्ट वर्ल्ड कप फाइनल खेलना उचित नहीं है। सारा दोष खिलाड़ियों को दिया जाता है, जबकि मैनेजमेंट खुद इसके लिए सही फैसला नहीं लेता है।
कुछ अन्य लोगों का कहना है कि भारतीय क्रिकेट आईपीएल (IPL) के पैसे, ग्लैमर और कई दूसरे फैक्टर्स में खो गया है। कप्तान रोहित शर्मा ने परोक्ष रूप से इस तरफ इशारा भी किया कि टीम आईपीएल की वजह से पूरी तरह से खेल के फिट नहीं थी।