एशेज सीरीज (Ashes) का दूसरा टेस्ट खत्म हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने ये मैच 43 रनों से जीतकर 5 मैचों की सीरीज में 2–0 की बढ़त बना ली है। हालांकि इस मैच में जॉनी बेयरस्टो (Johnny Bairstow) जिस प्रकार से स्टंप आउट हुए उससे क्रिकेट जगत दो भागों में बंट गया है। कुछ बेयरस्टो की स्टंपिंग को सही बता रहे है तो कुछ इसको गलत बता रहे है।
बता दें, जॉनी बेयरस्टो कैमरन ग्रीन (Cameron Green) की गेंद को डक करने के बाद गेंद डेड होने से पहले दूसरे छोर पर जाने लगे जिससे कैरी को एक मौका मिला और उन्होंने बेयरस्टो को स्टंप कर दिया। आईसीसी (ICC) के नियमों के मुताबिक बेयरस्टो आउट है लेकिन लोग इसमें खेल भावना देख रहे है। क्योंकि ओवर की आखिरी गेंद थी और बेयरस्टो दूसरे छोर पर जाने के लिए आगे बढ़े थे। इसलिए लोग इसको गलत बता रहे है और इस क्रम में इंग्लैंड के कोच ब्रैंडन मैकुलम (Brendon McCullum) भी शामिल है।
मैक्कुलम ने इस स्टंपिंग को खेल भावना के विरुद्ध बताया तो सोशल मीडिया में उनको जमकर ट्रोल किया गया। लोग उनसे पूछने लगे जब आपने ऐसे रनआउट किया था तब खेल भावना कहां गई थी। मैक्कुलम भी अपने कैरियर में ऐसे 1 बार नहीं बल्कि 3 बार कर चुके है।
मैक्कुलम ने साल 2005 में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले जा रहे मैच में क्रिस्टोफर मोपाकू को रन आउट किया था। ब्लेसिंग महविरे (Blessing Mahvire) अपने अर्धशतक का जश्न मनाने में लगे थे और मैक्कुलम ने उनको रनआउट कर दिया था। इसके बाद साल 2009 में मैक्कुलम ने बिलकुल इसी तरह से जिस प्रकार बेयरस्टो आउट हुए है इंग्लैंड के पॉल कॉलिंगवुड (Paul Collingwood) को स्टंप आउट किया था। लेकिन न्यूजीलैंड के कप्तान डेनियल विटोरी (Daniel Vettori) ने उनको वापस बुला लिया था।
इसके बाद मैक्कुलम ने श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (Mutthaiya Murlidharan) को रनआउट किया था। संगकारा अपने शतक का जश्न मना रहे थे और मुरलीधरन भी संगकारा को बधाई देने गए थे और ऐसे में मैक्कुलम ने मुरलीधरन को रनआउट कर दिया था।