सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) को भला कौन नहीं जानता होगा। वो न सिर्फ भारत (India) के महानतम बल्लेबाज है बल्कि विश्व के भी महान बल्लेबाजों में से एक है। उनकी कही हुई बात से शायद ही बहुत कम लोग इकतेफाक न रखते हो। वो हमेशा टीम की भलाई के लिए ही बात कहते है। इस समय ऑस्ट्रेलिया (Australia) और इंग्लैंड (England) के बीच एशेज (Ashes) सीरीज चल रही है। उस सीरीज के तीन मैच खत्म हो चुके है और हर मैच ने रोमांच की सारी हदें पार कर दी थी।
सभी क्रिकेट एक्सपर्ट इस सीरीज के बारे में अपनी अपनी भविष्यवाणी करने में लगे है। जिस प्रकार से इंग्लैंड खेल रही है उससे बहुत से लोग खुश है तो बहुत से लोग उस तरीके से खेलने की आलोचना भी कर रहे है। इसी में भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने इंग्लैंड की टीम की आलोचना की है।
सुनील गावस्कर ने कहा ये बैजबॉल कमजोर टीमों की गेंदबाजी जैसे पाकिस्तान, इंडिया, वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ ही चल सकता है। ये ऑस्ट्रेलिया जैसी अच्छी टीम की गेंदबाजी के सामने नहीं चलेगा। गावस्कर की बात से कुछ लोग सहमत होंगे तो कुछ असहमत होंगे। क्योंकि इंग्लैंड की टीम सीरीज के पहले मैच की पहली पारी के अलावा कुछ भी खास नहीं कर सकी है। इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी में ही सिर्फ 350 से ज्यादा का स्कोर बनाया था उसके बाद 5 पारियां हो गई है और इंग्लैंड की टीम ऐसा करने में सफल नहीं हुई है।
सुनील गावस्कर की बात बहुत हद तक सही भी है। इस सीरीज में जिस तरह की सपाट पिच मिल रही है उसमें भी इंग्लैंड की बल्लेबाजी 350 का आंकड़ा नहीं छू पा रही है। पिच को लेकर शुरुआती 2 मैचों में काफी बवाल भी मचा था और इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (James Anderson) ने कहा था कि “अगर इस तरीके की पिच मिलेगी तो इसी एशेज में मेरा करियर समाप्त हो जायेगा।” हालांकि तीसरे मैच की पिच में गेंदबाजों के लिए थोड़ी मदद थी। एशेज सीरीज के अभी सिर्फ 3 मैच ही हुए है और 2 मैच बाकी है। ऑस्ट्रेलिया 5 मैचों की सीरीज में 2–1 से आगे चल रही है।
क्या है बैजबॉल और कब हुई इसकी शुरुआत–
ये इंग्लैंड के खेलने का नया तरीका है जिसमें इंग्लैंड की टीम बिलकुल निडर होकर आक्रामक अंदाज में बिना किसी परिस्थितियों के दबाव में आए हुए बिना खेलती है। जिसमें उसको नतीजे की भी चिंता नहीं रहती है। इसी के चलते उनके बल्लेबाज टेस्ट में वनडे की तरह बल्लेबाजी करते है और अपने शॉट्स खेलने से नहीं डरते है। फिर चाहे वो 10 रन पर हो या 100 रनों पर हो।
जो रूट (Joe Root) की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम को घर और बाहर लगातार हार का सामना करना पड़ रहा था। जिसकी वजह से रूट ने कप्तानी छोड़ दी थी। तब इंग्लैंड की टीम की कमान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) के हाथों में दी गई थी। इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड ने लगभग अपना पूरा सेटअप बदल दिया था। जिसमें कोच और कप्तान प्रमुख थे। तब न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैक्कुलम (Brendon McCullum) को टीम की कोचिंग का भार सौंपा गया।
मैक्कुलम ने साल 2022 में जून में कोचिंग का जिम्मा संभाला। जिसके बाद से इंग्लैंड की टीम की दिशा और दशा ही बदल कर रख दी है। इंग्लैंड ने जून 2022 के बाद से 16 टेस्ट मैचों में 12 मैचों में जीत दर्ज की है। जिसमें उन्होंने न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका को घर में हराया है जबकि पाकिस्तान को पाकिस्तान में हराया है। न्यूजीलैंड के साथ उनके घर में सीरीज ड्रॉ कराई थी जबकि भारत के साथ भी अपने घर में सीरीज ड्रॉ कराई थी।