Ashes 2023: एशेज (Ashes) सीरीज का चौथा मैच शुरू होने में अब सिर्फ चंद दिनों का ही समय शेष है। दोनों टीमों की तैयारियों जोर शोर से चल रही है लेकिन दोनों ही टीमों के लिए एक बड़ा सिर दर्द है। दोनों टीमों को अपनी सही प्लेइंग इलेवन खिलाना एक बड़ी चुनौती है। ऑस्ट्रेलिया (Australia) के लिए प्लेइंग इलेवन में सरदर्द अच्छी बात है क्योंकि उनके पास विकल्प ज्यादा है और जगह कम है।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन (Cameron Green) चोट से उभर चुके है लेकिन वो टीम में किसकी जगह पर आएंगे ये बड़ा सवाल है। उनकी जगह पर पिछले मैच में आए मिचेल मार्श (Mitchell Marsh) ने शतक लगाकर और विकेट लेकर प्लेइंग इलेवन में अपना दावा मजबूत कर लिया है। कैमरन ग्रीन के लिए सिर्फ एक ही जगह बचती है वो है डेविड वार्नर (David Warner) की जगह ओपनिंग करना। वार्नर इस सीरीज में अच्छी फॉर्म में नहीं है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान कमिंस (Pat Cummins) ने अभी तक उन पर पूरा भरोसा दिखाया है।
कैमरन ग्रीन: ओपनिंग करना बहुत कठिन काम है
कैमरन ग्रीन ने अपने प्लेइंग इलेवन में ओपन करने को लेकर कहा कि “मैंने कभी भी टेस्ट में ओपनिंग नहीं की है और एक ऑलराउंडर के लिए टेस्ट क्रिकेट में नंबर 4 से ऊपर खेलना बहुत मुश्किल भरा होता है। क्योंकि उसको टेस्ट में 15–20 ओवर गेंदबाजी भी करनी होती है जिसकी वजह से उसके शरीर पर ज्यादा जोर पड़ता है“ उन्होंने आगे कहा कि “ये काफी कठिन होगा क्योंकि मैंने कभी टेस्ट या घरेलू क्रिकेट में नंबर 4 से ऊपर बल्लेबाजी नहीं की है। हालांकि मैंने वनडे और टी 20 में ओपन किया है लेकिन टेस्ट में ओपनिंग करना बहुत मुश्किल भरा काम होता है।”
कैमरन ग्रीन ने कहा कि “टेस्ट क्रिकेट में ऑलराउंडर नंबर 4 से ऊपर नहीं खेलते है। मुझे सिर्फ एक ही ऑलराउंडर याद है जो टेस्ट में ओपनिंग भी करता है वो शेन वॉटसन (Shane Watson) है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में खेलने के लिए किसी भी खिलाड़ी को कहीं पर भी खेलने के लिए राजी होना चाहिए। आप हमेशा सलेक्शन के लिए तैयार रहते है लेकिन ये काम सिर्फ सेलेक्टर्स के हाथों में होता है।”
बता दें, कि वॉटसन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 59 टेस्ट मैच खेले है जिसमें से लगभग आधे समय उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में ओपन किया है। वॉटसन ने 29 टेस्ट मैचों में ओपनिंग की है। जबकि 19 बार उन्होंने टेस्ट में 10 या उससे ज्यादा ओवर्स फेंके है।