Ashes, Ben Stokes, Josh Hazlewood, Stuart Broad, Steve Smith, Jonny Bairstow
News

Ashes: बेन स्टोक्स का चमत्कार भी इंग्लैंड को लॉर्ड्स टेस्ट में नहीं बचा पाया

एशेज (Ashes) सीरीज का दूसरा टेस्ट बड़े ही विवादास्पद अंदाज में समाप्त हुआ। लॉर्ड्स (Lord’s) में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने इंग्लैंड (England) को 48 रनों से हरा दिया। 5 मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया 2–0 की बढ़त ले चुकी है।

दूसरे टेस्ट के अंतिम दिन इंग्लैंड को जीत के लिए 257 रन चाहिए थे और उसके छः विकेट बाकी थे। पांचवे दिन ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने शॉर्ट पिच बॉलिंग करनी शुरू की। जिसका डकेट और स्टोक्स बहादुरी से सामना कर रहे थे और लगातार रन बनाते जा रहे थे। शुरुआती 1 घंटे में ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज कोई भी विकेट नहीं ले सके। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने अपना प्लान नहीं चेंज किया और डकेट (Ben Duccket) उसी जाल में फस गए। हेजलवुड (Josh Hazlewood) को हुक मारने के प्रयास में डकेट कैरी को कैच दे बैठें।

ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 5 विकेटों की जरूरत थी और इंग्लैंड की आखिरी बल्लेबाजों की जोड़ी स्टोक्स (Ben Stokes) और बेयरस्टो (Johnny Bairstow) के रूप में मैदान पर थी। बेयरस्टो की एक गलती की वजह से पूरा मैच ही पलट गया। बेयरस्टो बार बार गेंद डेड होने के पहले ही क्रीज छोड़ दे रहे थे जिसको एलेक्स कैरी (Alex Carey) ने देख लिया।

बेयरस्टो ग्रीन (Cameron Green) के ओवर की आखिरी गेंद में भी गेंद डेड होने के पहले क्रीज छोड़ दिया और कैरी ने उनको स्टंप कर दिया। चूंकि ओवर की आखिरी गेंद थी तो बेयरस्टो ने अंपायर के ओवर खत्म होने के सिग्नल के पहले ही क्रीज छोड़ दी जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।

बेयरस्टो के आउट होने के बाद इंग्लैंड के क्राउड की तरफ से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को बू किया जाने लगा। ब्रॉड की भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से तू–तू मैं–मैं हुई। लेकिन स्टोक्स को इंग्लैंड की जीतने की कोई उम्मीद नहीं दिखने पर उन्होंने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया और लंच के पहले 5 ओवर में 50 रन ठोक डाले।

स्टोक्स ने अपना शतक छक्का मारकर पूरा किया। शतक पूरा करने के बाद भी स्टोक्स रुके नहीं और लगातार गेंद को बाउंड्री पार कराते रहे। छक्का मारने के प्रयास में स्टोक्स गेंद को सही से मार नहीं पाए जिसके कारण गेंद हवा में चली गई लेकिन स्क्वायर लेग में स्मिथ (Steve Smith) ने कैच छोड़ दिया। स्टोक्स यहीं पर नहीं रुके और उन्होंने स्टार्क के ओवर में लगातार 2 गेंदों पर 2 छक्के जड़ दिए।

जिस तरीके से स्टोक्स बल्लेबाजी करने में लगे हुए थे एक समय लगने लगा कि ये मैच ऑस्ट्रेलिया के हाथों से निकल जायेगा। स्टोक्स किसी भी गेंदबाज को बख्शने के मन में नहीं थे। जिस प्रकार से स्टोक्स बल्लेबाजी कर रहे थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को स्टोक्स की हेडिंग्ले में खेली चमत्कारी पारी की याद जरूर आ गई होगी।

उस मैच में स्टोक्स ने अकेले दम पर ऑस्ट्रेलिया के जबड़े से मैच छीन लिया था। लेकिन इस बार स्टोक्स ऑस्ट्रेलिया के जबड़े से मैच बाहर तक ला पाए और उसको छीन नहीं पाए।

ऑस्ट्रेलिया के लिए ड्रिंक्स ब्रेक बिल्कुल सही समय पर आया था। ऑस्ट्रेलिया के सभी अनुभवी खिलाड़ियों ने मिलकर एक प्लान बनाया जिसमें वो सफल भी हुए। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने वाइड लाइन बॉलिंग शुरू की जिससे स्टोक्स को बाउंड्री मारने में दिक्कत हो और वहीं हुआ भी। स्टोक्स छक्का मारने के प्रयास में कैच आउट हो गए। स्टोक्स के जाने की ही देरी थी बाकी इंग्लैंड के गेंदबाज तू चल मैं आता हूं की तरह पवेलियन वापस लौट गए।

अंत में एंडरसन और टंग ने जरूर टिकने की कोशिश की लेकिन ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के सामने को काफी नहीं था। स्टार्क ने टंग का डंडा उड़कर ऑस्ट्रेलिया को सीरीज में 2–0 की बढ़त दिला दी है। स्मिथ को पहली पारी में शानदार शतक लगाने के लिए मैन ऑफ द मैच दिया गया।

आकाश अवस्थी, दिल्ली विश्वविद्यालय में ग्रेजुएशन के छात्र है। इनकी खेल और राजनीति में विशेष दिलचस्पी है और उन मुद्दों पर लिखना पसंद करते है।