एशेज (Ashes) सीरीज के दूसरे मैच में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने जो पारी खेली थी वो क्रिकेट के इतिहास मे सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगी। स्टोक्स ने दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 155 रन बनाए थे हालांकि वो अपनी टीम को मैच नहीं जीता पाए थे। लेकिन वो ऑस्ट्रेलिया (Australia) के जबड़े से मैच लगभग छीन ही लाए थे। स्टोक्स की 155 रनों की पारी दशकों तक याद की जाएगी।
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने बेन स्टोक्स की तारीफ करते हुए उनकी तुलना पूर्व भारतीय दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी (M S Dhoni) से की है। पॉन्टिंग ने कहा कि स्टोक्स धोनी की ही तरह है जो खेल को आखिरी तक ले जाते है और अपनी टीम को जीत दिलाते है। हमने धोनी को उनके कैरियर में ऐसा करते हुए बहुत बार देखा है।
उन्होंने कहा कि सबसे पहले मेरे दिमाग में आता है कि स्टोक्स मध्यक्रम या निचले मध्यक्रम में दबाव में बल्लेबाजी करते हुए अपने आप को दूसरे खिलाड़ियों की तुलना में ज्यादा मैच जिताने वाली स्थिति में पाते है। उन्होंने आगे कहा कि सबसे पहले मेरे दिमाग में धोनी का नाम आता है जो टी 20 और वनडे में आखिरी तक टिककर मैच जीता कर आते थे। लेकिन स्टोक्स यहीं काम टेस्ट क्रिकेट में करने में लगे है। ऐसे स्थिति में कुछ ही बल्लेबाज होते है जो ऐसी परिस्थितियों से भी मैच जीता सकते है।
पॉन्टिंग ने स्टोक्स की इस पारी की तुलना उनकी 2019 में हेडिंग्ले में खेली गई पारी से की। उन्होंने कहा जब स्टोक्स उस आक्रामक मूड में बल्लेबाजी कर रहा था तब मुझे भी डर लगने लगा था कि कहीं एक बार फिर स्टोक्स ये मैच जीता तो नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि हेडिंग्ले में भी स्टोक्स का कैच छूटा था और इस पारी में भी उनका कैच छूटा था। तब उनका कैच मार्कस हैरिस (Marcus Harris) ने छोड़ा था जबकि इस बार स्टीव स्मिथ (Steve Smith) ने से उनका कैच छूटा था।
उन्होंने आगे कहा कि हम सबने उसको इस प्रकार की पारी खेलकर मैच जिताते हुए देखा है और हमें लग रहा था कि वो इस बार भी वहीं कारनामा दोहरा सकता है। सभी के मन में 2019 के हेडिंग्ले (Headingley) का भूत बैठा हुआ था। उन्होंने आगे कहा कि स्टोक्स के टेस्ट में आंकड़े उतने अच्छे नहीं है लेकिन वो एक मैच विनर है जो किसी भी मैच का रुख पलट सकता है।