Australia Tour Of South Africa 2023: साउथ अफ्रीका की टीम टी 20 सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच में अपनी इज्जत बचाने के इरादे से उतरेगी। अफ्रीका की टीम शुरुआती 2 मुकाबले बुरी तरह से हार चुकी है और वो क्लीन स्वीप होने से बचने का प्रयास करेगी। हालांकि अफ्रीका की टीम जिस तरह से खेल रही है उसे देखकर उससे ज्यादा उम्मीदें नहीं रखी जा रही हैं।
दोनों टीमों ने इस सीरीज के लिए अपनी टीम में कुछ नए खिलाड़ियों को मौके दिए थे। ऑस्ट्रेलिया के लिए नए खिलाड़ियों ने तो अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी वैसा प्रदर्शन करने में नाकाम रहें। इसका सबसे बड़ा कारण दोनों कप्तानों की फॉर्म का अंतर भी है। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान Mitchell Marsh इस सीरीज के दोनों मैचों के अभी तक आउट ही नहीं हुए है और वो 168 रन बना चुके है।
Mitchell Marsh: मार्श को आउट करना हुआ नामुमकिन
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान अपनी टीम को राह दिखा रहे है कि ऐसे खेलना है जबकि अफ्रीकी कप्तान का बल्ला अभी खामोश है। पहले मैच में अफ्रीकी कप्तान Aiden Markram मात्र 7 रन बनाकर आउट हो गए थे जबकि दूसरे मैच में उन्होंने पचासा जड़कर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए हैं। दोनों टीमों के बीच जमीन आसमान का अंतर नजर आ रहा है।
ऑस्ट्रेलिया की टीम अफ्रीका के ऊपर हावी होकर खेल रही है। जबकि अफ्रीकी टीम दबी दबी से क्रिकेट खेलने में लगी हुई है। इस सीरीज के शुरू होने से पहले साउथ अफ्रीका में ही नहीं बल्कि दुनिया में ही भी शोर था कि Dewald Brevis इस सीरीज में अपना डेब्यू करने जा रहे है। Brevis को लोग ‘बेबी एबी’ के नाम से भी बुलाते है। क्योंकि उनके खेलने का तरीका और उनके शॉट्स A B Deviliers से मिलते जुलते है।
Dewald Brevis: एबी की राह पर नहीं चल पा रहे ब्रेविस
डिविलियर्स ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना डेब्यू किया था। उसी को जोड़कर लोग देख रहे थे कि ब्रेविस भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू कर रहे है और अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बीते समय में दुनिया भर की लीग और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया था। लेकिन अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में वो ऐसा प्रदर्शन नहीं दोहरा पाए। वो 2 मैचों में सिर्फ 5 रन ही बना पाए है।
आपको बता दें, कि ऑस्ट्रेलिया की साउथ अफ्रीका के खिलाफ उनके घर में ये लगातार तीसरी टी 20 सीरीज जीत है। इसके पहले ऑस्ट्रेलिया ने 2016 और 2020 में भी जाकर टी 20 सीरीज जीती थी। इस टी 20 सीरीज के बाद दोनों टीमें 3 मैचों की वनडे सीरीज भी खेलेंगी। ताकि वर्ल्ड कप की तैयारी को परखा जा सकें।