Gundappa Viswanath Wrist and MK Pataudi Advice: पानी से भरीं दो बाल्टियों को लगातार 20 बार उठाने से फौलादी हो गईं गुंडप्पा की कलाइयां, विश्वनाथ ने बताईं रोचक बातें
Gundappa Viswanath Wrist and MK Pataudi Advice: भारत के पुराने क्रिकेटरों में कई ऐसे हुए हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और कुशलता से न केवल क्रिकेट जगत में नाम कमाया, बल्कि ऐसे रिकॉर्ड बनाए जो बाद की पीढ़ियों के लिए एक मिसाल बन गई।
गुंडप्पा विश्वनाथ (Gundappa Vishwanath) जब खेलते थे तो उनका स्क्वायर कट देखने लायक होता था। कहते हैं कि उनकी कलाइयां में न जाने ऐसी क्या चीज थी, जो फौलादी लगती थी।
Gundappa Viswanath Wrist and MK Pataudi Advice: एक वाकये ने बदल दी खेल की दिशा
शुरू में गुंडप्पा विश्वनाथ के बल्ले से चौके-छक्के नहीं निकल रहे थे। इससे वे परेशान थे, लेकिन उनके खेल के दौरान एक ऐसी रोचक घटना हुई, जिसने उनके खेल की दिशा ही बदल दी। इसके बारे में वे आत्मकथा रिस्ट एस्योर्ड (Wrist Assured) में विस्तार से लिखे हैं।
Gundappa Viswanath Wrist and MK Pataudi Advice: जिम और मैं? कभी नहीं
विश्वनाथ ने बताया कि उनको भारत के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी (Mansoor Ali Khan Pataudi) ने एक रोचक सलाह दी थी। वह जबर्दस्त थी। आत्मकथा में गुंडप्पा विश्वनाथ ने लिखा, “हैदराबाद के ख़िलाफ़ रणजी मैच के बाद पटौदी मेरे पास आए और पूछा क्या तुम जिम में कुछ वक्त बिताते हो? मैंने कहा- जिम और मैं? कभी नहीं।”
गुंडप्पा विश्वनाथ आगे लिखते हैं, “पटौदी बोले- क्या तुम्हारे घर में बाल्टियां हैं? जब मैंने कहा हां, तो पटौदी ने कहा- दो बाल्टियों को पूरी तरह पानी से भर लो और उनको दोनों हाथों से पकड़कर दिन में तीन-चार बार लगातार बीस बार उठाओ। मैंने सोचा टाइगर मज़ाक कर रहे हैं लेकिन पटौदी ने कहा वो पूरी गंभीरता से ये सलाह मुझे दे रहे हैं। मैंने पटौदी की सलाह का पालन करना शुरू कर दिया। एक महीने के अंदर मुझे इसका असर दिखना शुरू हो गया और मेरी कलाइयां मज़बूत होती चली गईं।”
गुंडप्पा विश्वनाथ छोटे कद के थे। इस वजह से उनको कई बार अपमान का भी सामना करना पड़ा। एक बार कर्नाटक राज्य जूनियर क्रिकेट टीम के एक चयनकर्ता ने उनके लिए कह दिया कि वह क्रिकेट खेलने के लिए “बहुत छोटे” हैं। इससे वह अपमानित महसूस किये। इसके बावजूद वह मेहनत से पीछे नहीं हटे और भारत की राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बने।
हालांकि सुनील गावस्कर और गुंडप्पा विश्वनाथ साथ-साथ खेले हैं और वे एक-दूसरे के साथ मैदान में बैटिंग करते थे, लेकिन वे सिर्फ आपस में खिलाड़ी ही नहीं थे, बल्कि बाद में वे एक-दूसरे के रिश्तेदार बन गये। सुनील गावस्कर की बहन कविता से गुंडप्पा विश्वनाथ ने शादी की थी। इससे वे आपस में जीजा-साले बन गये थे।