Ashish Nehra and Eventful Life: ‘जिंदगी पहले की तरह ही बनी रहे इवेंटफुल’, जानिये रिटायर होने से पहले ऐसा क्यों कहते थे आशीष नेहरा
Ashish Nehra and Eventful Life: आशीष नेहरा 2017 में नई दिल्ली में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के पहले टी20 मैच के बाद संन्यास ले लिये थे। वह टीम इंडिया के ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जो खाली नहीं बैठना चाहते थे। जब वे रिटायर हों तो उसके बाद भी उनकी जिंदगी पहले की तरह ही इवेंटफुल बनी रहे। उनका मानना था कि अगर आप दौड़ सकते हो तो दौड़ो, यदि नहीं तो भागो, भाग नहीं सकते तो चलो, चल नहीं सकते तो जॉगिंग करो, जॉगिंग नहीं कर सकते तो चलो, चल नहीं सकते तो रेंगों, लेकिन रुको मत। खुद को गतिशील रखो।
Ashish Nehra and Eventful Life: नेहरा बोले- अगले 20 साल का कर रहा हूं इंतजार
बीस साल तक क्रिकेट में बिताने के बाद जब उन्होंने रिटायर होने को सोचा तो आगे का बीस साल कैसे बीतेगा, इस पर भी काफी कुछ सोच लिया था। इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मुझ पर भरोसा करें, मेरे लिए 20 साल घटनापूर्ण रहे हैं। मैं बहुत भावुक व्यक्ति नहीं हूं। मैं अगले 20 वर्षों का इंतज़ार कर रहा हूं। उम्मीद है, यह उतना ही घटनापूर्ण होगा जितना कि 1997 में दिल्ली के लिए खेलना शुरू करने के बाद से होता आया है।”
उन्होंने कहा, “यह एक शानदार यात्रा रही है। हो सकता है किसी को पछतावा हो। अगर मैं इन 20 वर्षों में कुछ भी बदल सका, तो 2003 विश्व कप फाइनल के दौरान जोहान्सबर्ग में वह दोपहर। लेकिन और कुछ नहीं, यह सब नियति के बारे में है।’
आशीष नेहरा ने कहा कि जब वे पुराने दिनों को याद करते है तो उन्हें लगता है कि 90 के दशक की शुरुआत में दिल्ली के प्रसिद्ध सोनेट क्लब से शुरू हुई यात्रा लंबी खट्टी-मीठी यादों से गुजरी है।
वे याद करते हैं कि कैसे वे दिल्ली को कोटला मैदान में रणजी मैच के दौरान पूर्व खिलाड़ियों रमन लांबा, अजय शर्मा, अतुल वासन और रॉबिन सिंह जूनियर के साथ खेला करते थे। वे बताते हैं कि रमन लांबा और अजय शर्मा को गेंदबाजी करते हुए वे बड़े हुए हैं।