Rohit Sharma and Ajinkya Rahane’s partnership: अजिंक्य रहाणे बोले- नाचना शौक है, दोस्तों के साथ नाचता हूं, रोहित बोले- Bathroom Dancer
Rohit Sharma and Ajinkya Rahane’s partnership: राहुल द्रविड़ की पर्सनालिटी बिल्कुल स्ट्रेट फॉरवर्ड है और शेन वार्न की पर्सनालिटी बिल्कुल अलग है। शेन वार्न लाइफ काफी एंज्वाय करते हैं, मस्ती में रहते हैं। रोहित ने बताया कि अजिंक्य शेन वार्न को फालो करते थे, फिर राहुल द्रविड़ को फालो करने लगे। दूसरी तरफ अजिंक्य ने बताया कि राहुल द्रविड़ बड़े खिलाड़ी है। उनको बचपन से खेलते देख रहा हूं। ऑन द फिल्ड और ऑफ द फिल्ड उनको बहुत ध्यान से देखता हूं। शेन वार्न के अंडर में एक ही साल खेला हूं, लेकिन उनको ऑन द फिल्ड ही फॉलो करता हूं।
Rohit Sharma and Ajinkya Rahane’s partnership: राहुल द्रविड़ को प्रैक्टिस के दौरान गौर से देखा करते थे रहाणे
रहाणे ने कहा कि राहुल भाई से पहली मुलाकात दिलीप ट्राफी के दौरान हुई थी। उनको कॉपी नहीं करता हूं, लेकिन उनको जब टीवी पर देखता था, और जब वे मैदान में प्रैक्टिस करते थे तो उनको बहुत गौर से देखता था। अच्छा लगता है, जब लोग उनसे तुलना करते हैं, लेकिन यह उतना ही चैलेंजिंग होता है उनके बराबर होना। अगर उनके जैसा थोड़ा भी कर पाया तो यह बहुत बड़ी बात होगी।
अजिंक्य रहाणे ने कहा कि रोहित शर्मा के साथ बैटिंग करना बहुत अच्छा लगता है। उनके साथ कई बार मेरी पार्टनरशिप काफी अच्छी रही है। अजिंक्य रहाणे ने अपने शौक के बारे में बताया और कहा कि नाचना अच्छा लगता है, दोस्तों के साथ नाचता हूं, लेकिन खुलेआम नहीं। रोहित ने कहा कि शायद बाथरूम में नाचता होगा।
रोहित ने बांग्लादेश के साथ मैच का एक किस्सा शेयर करते हुए कहा था कि फाइनल मैच में दिनेश कार्तिक को जिस पोजिशन में बैटिंग के लिए भेजा जा रहा था, उससे वे खुश नहीं थे। वे और ऊपर की पोजिशन में जाना चाहते थे, लेकिन मैंने उनको जानबूझकर रोक कर पहले विजय को बैटिंग के लिए भेजा, क्योंकि दिनेश अनुभवी थे।
मैं चाहता था कि बाद में बॉलरों का सामना करने के लिए एक अनुभवी बैट्समैन बचाए रखा जाए। इसलिए उनको रोका गया था, लेकिन वे नाखुश थे। बाद में जब वे गए बैटिंग करने तो उन्होंने छक्का लगाकर भारत को जिता दिया। इस जीत की खुशी में होटल में एक गेट टुगेदर हुआ था, वहां दिनेश ने यह माना कि जो हुआ अच्छा हुआ था।
उन्होंने कहा कि अगर मुझे ऊपर भेजा जाता तो शायद इंडिया न जीत पाता, इसलिए फैसला सही था। रोहित ने कहा कि पहले वे नाखुश थे, लेकिन बाद में वह बिल्कुल नार्मल हो गये।