Virender Sehwag and Sourav Ganguly: सहवाग अपने टेस्ट कैरियर का सबसे बड़ा झूठ बोल रहा, दादा ने लिये वीरू के मजे
Virender Sehwag and Sourav Ganguly: क्रिकेटरों को खेल के मैदान में धुंआधार पारी खेलते हुए हम अक्सर देखते हैं। हार-जीत का जोश भी मैदान में दिखता है, लेकिन कई बार क्रिकेटरों की अपनी सीनियारिटी और वरिष्ठता भी दिखानी होती है। इसके पीछे टीम का अपना व्यक्तिगत व्यवहार और टीम के खिलाड़ियों के बीच आपसी संबंध भी मायने रखता है।
Virender Sehwag and Sourav Ganguly: अपने किट बैग के प्रति काफी लापरवाह रहा करते थे गांगुली
एक बार एक इंटरव्यू में विरेंदर सहवाग ने एक मजेदार किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया में कप्तान सौरव गांगुली अपने किट बैग के प्रति काफी लापरवाह रहा करते थे। उन्होंने कहा कि दादा की किट बैग पैक करने की आदत नहीं है। हर जगह उनका सामान इधर- उधर बिखरा रहता था।
विरेंदर सहवाग ने कहा कि ऐसा अक्सर होता था कि सौरव गांगुली उनसे, युवराज या हरभजन सिंह से बैग पैक करने के लिए कहा करते थे। मैच के बाद या मैच के पहले जब भी प्रेस कांफ्रेंस होती थी, सौरव गांगुली का बैग पैक करने का स्टेटमेंट जरूर आ जाता था।
हालांकि विरेंदर सहवाग जब यह इंटरव्यू दे रहे थे, उस समय वहां पर मौजूद सौरव गांगुली ने हंसते हुए कहा कि सहवाग अपने टेस्ट कैरियर का सबसे बड़ा झूठ बोल रहा है।
टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने कहा कि आम लोगों की तरह खिलाड़ियों के जीवन में भी काफी उतार-चढ़ाव के दौर आते हैं। प्लेयर्स के सामने हालात ऐसे हो जाते हैं कि वह बेबस, लाचार और एक तरह से खुद को बेरोजगार समझने लगता है। आप खिलाड़ी हैं तो जरूरी नहीं कि हर बार आप राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय टीम का हिस्सा बने ही। कई बार आपको खाली बैठना पड़ता है। यह सबके साथ हो सकता है। हालांकि कई लोग ऐसे भी हैं, जो अपनी मेहनत और लगन से टीम में जगह बनाए रखने में कामयाब रहते हैं।
इस बीच उन्होंने इंडिया-पाकिस्तान मैच को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी मैच होता है तो फिर वो काफी बड़ा मैच होता है। गांगुली के मुताबिक जब वो पाकिस्तान के खिलाफ खेलते थे तो फिर इसे इंडिया-ऑस्ट्रेलिया या फिर इंडिया-साउथ अफ्रीका मैच की तरह लेते थे, क्योंकि वो अपना फोकस नहीं खोना चाहते थे।