World Cup 2023: एशिया कप में हाइब्रिड मॉडल से इंडिया और पाकिस्तान के बीच विवाद सुलझने के बाद पाकिस्तान की टीम वर्ल्ड कप खेलने भारत आएगी या नहीं, ये अब बड़ा सवाल बन गया है। इस पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने टिप्पणी की है। जावेद मियांदाद ने कहा कि इस साल 15 अक्टूबर को अहमदाबाद में होने वाली Ind Vs Pak मैच के लिए पाकिस्तान की टीम को भारत का दौरा नहीं करना चाहिए। जावेद मियांदाद ने सख्त लहजों में कहा है कि हमारे मुल्क को ICC World Cup 2023 के लिए तब तक पड़ोसी देश में नहीं जाना चाहिए जब तक BCCI इंडियन टीम को पाकिस्तान भेजने के लिए तैयार नहीं हो जाता ।
मीडिया से बातचीत के दौरान पाकिस्तान के दिग्गज खिलाड़ी ने एक बार फिर भारत के खिलाफ ज़हर उगला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने साल 2012 और साल 2016 में इंडिया का दौरा किया और अब भारत की बारी है कि वो पाकिस्तान आएं। अगर मेरे हाथ में फैसला करना होता तो मैं कभी कोई मैच खेलने किसी भी हाल में इंडिया नहीं जाता, चाहे वो वर्ल्ड कप ही क्यों न हो। हम हमेशा इंडिया के साथ खेलने के लिए तैयार रहते हैं मगर इंडिया कभी भी हमारे लिए पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं देता। पहले एक साल इंडिया हमारे यहां आते थे फिर एक साल हम खेलने इंडिया जाते थे।
‘भाड़ में जाओ नहीं आते तो’
जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान की टीम की तारीफ करते हुए कहा कि हमारा क्रिकेट बड़ा है। हम उनसे हर तरीके से बेहतर हैं। हमारी क्रिकेट उनसे काफी ऊंची है और जबरदस्त भी। हम अब भी ग्राउंड लेवल पर खिलाड़ी तैयार कर रहे हैं। इसलिए मेरे ख्याल से अगर हम इंडिया नहीं भी जाते हैं तो इससे हमें कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा। ना आओ खेलने पाकिस्तान, एक काम करो भाड़ में जाओ नहीं आते तो।
“Pakistan’s cricket is better than India’s. India can go to hell if they do not want to come here. Pakistan should refuse to travel to India for the World Cup,” Javed Miandad.
Miandad has criticised Narendra Modi as well. #CWC23 #AsiaCup2023 pic.twitter.com/Ulo23pPACn
— Farid Khan (@_FaridKhan) June 18, 2023
‘खेल को लेकर राजनीति गलत‘
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडिया ने आखिरी बार एशिया कप के लिए साल 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर तनाव बढ़ने की वजह से क्रिकेट निशाने पर आ गया। लेकिन जावेद मियांदाद ने कहा कि खेलों को राजनीति से दूर ही रखना चाहिए। उनका मानना है कि कोई भी अपना पड़ोसी मुल्क नहीं चुन सकता इसलिए एक-दूसरे के साथ खड़े रहें, एक दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहें, यही सभी के लिए बेहतर होगा और लोगों को अच्छी क्रिकेट देखने का मौका मिलेगा।