भारत के उभरते युवा क्रिकेटर ईशान किशन (Cricketer Ishan Kishan) ने साफ किया है कि वह उतना ही खेलते हैं, जितना सही ढंग से खेल सकते हैं। उनका कहना है कि ज्यादा खेलकर थकने से अच्छा है कि थोड़ा आराम करके बेहतर प्रदर्शन किया जाए। यही वजह है कि वह इस साल दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) से दूर हो गये थे। उनका मानना है कि लगातार खेलने से अच्छा है कि थोड़ा-थोड़ा खेलें।
उनकी यह बात इस मायने में सही है कि आईपीएल खेलने के तुरंत बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइलन 2023 खेलने के लिए इंग्लैंड गई भारतीय टीम के खिलाड़ी अपना सही प्रदर्शन नहीं कर सके और ऑस्ट्रेलिया से हार गये। ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी खेलने से पहले काफी आराम करके आए थे। इससे भरपूर प्रैक्टिस किये और फाइनल में भारत को हराने में सफल रहे।
ईशान किशन के दलीप ट्रॉफी से दूर रहने पर ऐसा अफवाह उड़ी थे कि वे टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं। यह भी चर्चा रही कि वे केवल एक दिवसीय मैच और टी20 में ही अपना फोकस करना चाहते हैं।
ईशान किशन ने एक इंटरव्यू में कहा कि वे ज्यादा वर्कलोड नहीं लेना चाहते हैं। इससे बचने के लिए ही उन्होंने दलीप ट्रॉफी से अपने नाम वापस ले लिये थे। उन्होंने साफ किया कि उन्हें क्रिकेट के किसी भी प्रारूप से कोई दिक्कत नहीं है। वे टेस्ट क्रिकेट भी उतना खेलना चाहते हैं, जितना एक दिवसीय मैच और टी20 को पसंद करते हैं।
भविष्य में वे टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे। फिलहाल वे एनसीए जा रहे हैं और वहां वेस्टइंडीज जाने के लिए तैयारी करेंगे। उनकी योजना है कि भरपूर प्रैक्टिस करके टीम में अपनी जगह सुरक्षित रखा जाए और भारत को हर मुकाबले में जीत दिलाने में अपनी भूमिका निभाएं।
ईशान किशन आईपीएल के इतिहास में युवराज सिंह के बाद सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी हैं। मुंबई इंडियंस ने उन्हें 2022 के मेगा नीलामी में 15.25 करोड़ में खरीदा था। हालांकि इससे पहले ईशान को शुरू में आईपीएल में 35 लाख रुपये में ही खरीदा गया था।
ईशान के नेतृत्व में अंडर-19 टीम 2016 के विश्व कप में लगातार 5 मैचों में किसी भी टीम से हारी नहीं। फाइनल में उनका मुकाबला वेस्टइंडीज की टीम से हुई। फाइनल में वह विजेता नहीं बन पाई और वेस्टइंडीज जीत गया।