जब क्रिकेटर थे तो ड्रेसिंग रूम में भी सिर हिला कर ही जवाब देते थे नवजोत सिंह सिद्धू, पत्रकारों का सामना करने से भी कतराते थे
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंंह सिद्धू जब टीवी शो या राजनीति में आए तो लोगों ने उन्हें दिलचस्प अंदाज में और खूब बातें करते देखा-सुना। लेकिन, बतौर क्रिकेटर वह सबसे खामोश रहने वाले लोगों में शामिल थे। कुछ कहने-पूछने पर भी वह ज्यादातर सिर हिला कर ही जवाब देते थे। बोलते बहुत कम थे। एक टीवी शो में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने सिद्धू की मौजूदगी में उनके बारे में यह बात बताई।
जब सिद्धू से इसकी वजह पूछी गई तो उन्होंने बताया कि उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी थी। हालत यह थी कि सेंचुरी बनाने के बाद उन्हें डर सताता था कि अब मीडिया वाले न आ जाएं। वह पत्रकारों से भी बात करने में बचते थे। उनकी यह आदत बचपन से ही थी।
उन्होंने बताया कि स्कूल में अगर उन्हें पता चल जाता था कि कल डिबेट कम्पिटिशन में भाग लेना पड़ेगा तो वह तीन दिन की छुट्टी ले लेते थे। जो सिद्धू इस तरह के थे, उनमें बदलाव कैसे आया? इसके जवाब में सिद्धू ने बताया कि ध्यान (मेडिटेशन) से उनके मन में आत्मविश्वास जगा।
नवजोत सिंंह सिद्धू ने कॉमेडी शो ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ और ‘द कपिल शर्मा शो’ से काफी लोकप्रियता पाई। इस शो में अपनी हाजिरजवाबी, तुकबंदी, शायरी के चलते उनके व्यक्तित्व का एक अलग रूप दिखा। वह टीवी रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ में भी गए।
वहां लोगों ने उनके व्यक्तित्व के कई पहलू देखे। राजनीति में जब वह आए तो लोगों ने उनके भाषण देने का अंदाज भी देखा। 2022 में उन्हें सड़क पर गुस्सा दिखाने के एक मामले में सजा भुगतने के लिए जेल भी जाना पड़ा और करीब दस महीने बाद उनकी रिहाई हुई।
सिद्धू का जन्म 1963 में 20 अक्तूबर को पटियाला (पंजाब) में हुआ था। उन्होंने 1983 (12-16 नवंबर) में अहमदाबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था। इसके चार साल बाद नौ अक्तूबर, 1987 को उनका वनडे डेब्यू हुआ था।
1998 में उन्होंने आखिरी वनडे खेला, जबकि उनका आखिरी टेस्ट मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ (2-6 जनवरी, 1999) था। उन्होंने कुल 51 टेस्ट मैच और 136 अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच खेले। 1987 के विश्व कप में उन्होंने चार अर्द्धशतक बनाए थे।