इंग्लिश दोस्तों को इंडियन करी खिलाने रेस्टोरेंट जा रहे थे मदन लाल, कपिल ने कर दिया टेस्ट मैच खेलने का ऑफर, पढ़ें मजेदार किस्सा
पूर्व क्रिकेटर मदन लाल भारतीय टीम में एक आल राउंडर की भूमिका में खेलते थे। भारत की ओर से वे पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैच इंग्लैंड के विरुद्ध 1974 में खेले। वह टीम के साथ पहली बार इंग्लिश टूर पर गये थे। हालांकि उस वक्त भारत में क्रिकेट की उतनी पहचान नहीं थी और टीवी में दूरदर्शन के अलावा क्रिकेट देखने के लिए और कोई साधन नहीं था। न तो तब कोई चैनल होता था और न ही मोबाइल था। इंग्लिश टूर के बाद भी मदन लाल कई बार विदेश दौरों पर गये। इसके अलावा इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट भी खेले और लंकाशायर की ओर से टीम में अपना योगदान दिये।
वाक्या तब का है जब मदन लाल लंकाशायर की ओर से लीग मैच खेल रहे थे
ऐसा ही एक किस्सा उन्होंने शेयर करते हुए बताया कि जब वे टीम से बाहर थे तो लंकाशायर की ओर से लीग मैच खेल रहे थे, तब एक बार उनके कुछ इंग्लिश दोस्तों ने उनसे इंडियन करी खाने की इच्छा जाहिर की। मदन लाल ने कहा कि जरूर खिलाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके एक दोस्त का वहां एक रेस्टोरेंट है, चलते हैं वहीं खाते हैं।
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वे उन दोस्तों को लेकर वहां जा रहे थे तो रास्ते में इंडियन टीम की बस जाती दिखी। उन दिनों लीस्ट में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच खेला जाना था। जब दोस्तों ने बस देखी तो मदन लाल से बोले कि देखो वह कपिल देव जा रहे हैं। मदन लाल ने कहा कि बस को रोको-रोको। अगर तुम लोगों को टेस्ट मैच देखना है तो मैं कपिल से बोल देता हूं टिकट दिलवा देंगे।
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बस रुकी तो मदन लाल अंदर गये। इस दौरान उनसे कपिल ने पूछा कि क्या टेस्ट मैच खेलोगे। तब मदन लाल बोले कि क्या बात करते हैं। मैं तो लीग मैच खेल रहा हूं, टेस्ट मैच कहां खेल सकता हूं। कपिल ने कहा नहीं, आज चेतन शर्मा के बैक प्राब्लम है, वह मैच नहीं खेल पाएंगे, तुम्हें मैच खेलना है। मदन लाल बोले- मेरे लिये तो यह अच्छा ही रहेगा, मैं तो वैसे ही टीम से बाहर हूं। मैं क्यों नहीं खेलना चाहूंगा। अगर अच्छा खेल गया तो मेरे लिए टेस्ट में आगे भी चांस बन सकता है।
मदन लाल बताते हैं कि उन्होंने टेस्ट मैच खेला और उसमें तीन विकेट लिये। अच्छा रन भी बनाए और मैच को भारत ने जीत लिया। कभी-कभी लगता है कि जिंदगी में चांस, लक, किस्मत बहुत ज्यादा रोल अदा करती है। कई बार ऐसा होता है कि मुझे जरूरत पड़ी तो टीम में ले लिया और नहीं पड़ी तो ड्राप कर दिया। एक तरह से मैं स्टेपनी जैसा हो गया हूं। जो हर जगह फिट हो जाता हूं।
लाइफ में कभी-कभी आप खाना खाने जाओ तो आपको मैच भी खेला देते हैं। मदन लाल बोले कि मैं कोशिश जरूर करता हूं कि अगर बॉलिंग में नहीं तो फिल्डिंग में और फिल्डिंग में नहीं तो बैटिंग में कहीं न कहीं तो मैं चल ही जाऊंगा और मेरा काम चलता रहेगा।