क्रिकेटर राहुल चाहर (Rahul Chahar) की हाल ही में शादी हुई है। एक शो में राहुल ने बताया कि उनकी अपनी पत्नी ईशानी से पहली मुलाकात 2016 में एक कॉमन फ्रेंड के यहां हुई थी। उसके बाद वे एक-दूसरे के कांटैक्ट में आए। ईशानी फैशन डिजायनर हैं और राहुल के लिए वह ड्रेस डिजायन करती हैं। राहुल बचपन में बड़े इंट्रोवर्ट थे, लेकिन अब बोलने लगे हैं।
उनके पापा ने बताया कि यह आठ साल का था, उस समय काफी छोटा था। एक दिन दीपक ने बोला की राहुल फास्ट बालिंग करता है। वह अपने बड़े भाई दीपक की कापी कर रहा था। दीपक ने कहा, पापा यह लेग स्पिनर है। कलाई भी ठीक थी, रिद्म भी ठीक था।
पढ़ने में दीपक एवरेज था। जब मैं खुद उसको पढ़ाया करता था, वह 70 फीसदी नंबर पाता था। यदि मैं ड्यूटी पर रहता था और ज्यादा टाइम नहीं पाता था, तब 60 फीसदी पाता था। हर एक घंटे में वह बाथरूम जाता था या फ्रिज से निकालकर कुछ भी खाता रहता था। उसका पेशेंस और टेंपरामेंट केवल दस मिनट का होता था। राहुल इससे भी आगे था। वह पांच मिनट का भी टेंपरामेंट नहीं रखता था।
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पिता जी बताये कि घर के सामने ग्राउंड पर क्रिकेट होता, सामने नेट्स लगाए हुए थे। राहुल की पेस बालिंग बुरी थी, इसलिए स्पिन बालिंग करवाया। भाई दीपक चाहर ने कहा इसीलिये स्पिनर बनाना चाहता था। ताकि वह थोड़ा इजी भी खेल पाये। हम ऐसा सोचते थे। पापा कहते थे कि सोच बड़ी होनी चाहिए। जब हम आगे सोचते थे, यह केवल रणजी ट्राफी नहीं थी, यह भारतीय टीम भी थी।
राहुल के पापा बोले- बड़ी सोच का होना बहुत जरूरी है, जब तक बड़ी सोच नहीं होगी, आप कोई बड़ा काम नहीं कर पायेंगे। जब आप कोई काम शुरू करेंगे, आप हमेशा संदेह में रहेंगे। राहुल ने हमेशा एक गलती की कि दीपक से कंपेयर किया।
कहता था कि मैं छोटा भाई हूं तो मेरा भी अधिकार उतना ही हो। जो बड़े प्लेयर थे, उनसे यह उल्टा-सीधा कहता था। वह डायलॉग बोलता था। सबसे ज्यादा मार खाई। मैं हमेशा कहता था कि अभी हम प्रोफेशनल हैं। यह हमारी एकेडमी नहीं है। यदि ऐसे ही बेटों का व्यवहार रहा तो वे नहीं खेल पाएंगे। तो अधिकतर बार वह खुद को कंट्रोल नहीं कर पाता था, इसलिए वह सबसे ज्यादा सुनता था।