पुराने जमाने के क्रिकेटरों को लेकर मीडिया में अक्सर यह चर्चा रहती थी कि कपिल देव और सुनील गावस्कर के बीच कभी बनती नहीं है। आपसी मधुरता नहीं रहती थी। हालांकि इस चर्चा का आधार सिर्फ सुनी-सुनायी बातों पर है, इसका कोई पुष्ट प्रमाण नहीं है।
गावस्कर ने कहा कपिल से हर मैच में खूब होती थी लड़ाई
कुछ समय पहले आजतक न्यूज चैनल पर एक कार्यक्रम में सुनील गावस्कर और कपिल देव साथ-साथ मंच शेयर कर रहे थे, उस दौरान सुनील गावस्कर ने बड़ी गंभीरता से कही कि वे दोनों लोग खूब लड़ते थे, ड्रेसिंग रूम में भी लड़ाई होती थी। हर मैच में लड़ते थे।
उसी कार्यक्रम में सुनील गावस्कर ने यह भी कहा कि आज अगर भारतीय टीम के पास इतना न्यू बाल अटैक है तो इसका श्रेय कपिल देव को है। कपिल ने दिखाया कि भारतीय पिचों पर भी आप फास्ट बॉलिंग कर सकते हैं, गेंद स्विंग कर सकते हैं और विकेट ले सकते हैं।
अपनी बात को बताते हुए गावस्कर ने कहा कि फैसलाबाद में मैच हुआ था। पहली पारी में कपिल थोड़े से नर्वस थे, दूसरी पारी में जिस तरह की गेंदबाजी की और सादिक मोहम्मद (Sadiq Mohammad) को एक बाउंसर मारा उससे सादिक डर गये। तब तक सादिक मोहम्मद कैप पहन कर खेल रहे थे। उस बाउंसर के बाद उन्होंने हेलमेट मंगाया और हेलमेट आने के बाद उसी ओवर में उनको हेलमेट में गेंद लगी।
गावस्कर ने कहा कि जो चीज हम हर मैच में झेल रहे थे, हमारी टीम हर ओवर में दो-चार बाउंसर पा जाती थी, हमारे पास ऐसा कोई नहीं था, जो विरोधी टीम को परेशान कर सके, उनके बल्लेबाजों को तकलीफ दे, ऐसा कोई फास्ट बॉलर नहीं था। कपिल के आने के बाद हमारे पास वह हो गया। आज अगर भारतीय टीम के पास इतना न्यू बॉल अटैक है तो इसका श्रेय कपिल देव को है।
कपिल देव ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण विकेट सुनील गावस्कर ने लिया। जहीर अब्बास (Zaheer Abbas) को आउट किया। हम फैसलाबाद खेले और पाकिस्तान के और स्थानों पर खेले, लेकिन हमें लगता था कि जहीर अब्बास को आउट ही कैसे करेंगे। लेकिन इन्होंने (यानी सुनील गावस्कर ने) आराम से आकर 96 पर आउट कर दिया। उसके बाद बोले- तुम्हें गेंदबाजी करनी नहीं आती है, मुझे देखो मैं कभी-कभी करता हूं, वह भी टॉप बैट्समैन को आउट करता हूं।