टीम इंडिया के ये खिलाड़ी आपस में ही करते हैं एक-दूसरे की स्लेजिंंग, चेतेश्वर पुजारा ने खोले कई राज
इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी आपस में ही एक-दूसरे की स्लेजिंंग करते हैं। यह मौज-मस्ती का इनका अपना तरीका है। इस बात का खुलासा चेतेश्वर पुजारा ने एक इंटरव्यू में किया था। पुजारा ने बताया कि इनके बीच टांग खिंचाई हमेशा चलती रहती है। कोई ना कोई बात निकाल कर ये आपस में एक-दूसरे की टांग खींचते ही रहते हैं।
शिखर धवन कोई एक चीज लंबे समय तक बर्दाश्त नहीं कर सकते
पुजारा ने शिखर धवन के बारे में बताया कि वह कोई एक चीज लंबे समय तक बर्दाश्त नहीं कर सकते। थोड़ी देर में वह बोर हो जाते हैं और फिर उन्हें एंटरटेनमेंट चाहिए। अगर उनकी बैटिंग भी लंबी हो जाए तो पार्टनर के साथ और क्रीज पर भी हंसी-मजाक करने लग जाते हैं।
ऋषभ पंत की आदत खूब बात करने की है। वह हमेशा बात ही करते रहते हैं। पुजारा ने बताया कि कई बार उन्हें रोकना पड़ता है। कहना पड़ता है कि भाई सामने गेंद आ रही है, इस समय बात मत करो।
स्पिनर ने पुजारा से कहा- तुम आउट नहीं हुए तो व्हीलचेयर मंगाना पड़ेगा
कई बार तो ऐसा भी होता है कि चेतेश्वर पुजारा का नाम लेकर ही हंसी-मजाक हो जाता है। एक बार रिद्धिमान साहा के साथ पुजारा बैटिंग कर रहे थे। उस मैच में शुरू में काफी विकेट चले गए थे, लेकिन पुजारा और साहा की पारी लंबी चल गई। टीम के करीब 500 रन बन गए थे और पुजारा 180 रन बनाकर खेल रहे थे। तभी विरोधी टीम के स्पिनर ओकी उनके पास आए और कहा- अब तुम आउट नहीं हुए तो व्हीलचेयर मंगवाना पड़ेगा।
दरअसल, पुजारा ने उस मैच में पांच सेशंस तक बैटिंंग की थी और ओकी ने 40 ओवर से ज्यादा बोलिंंग कर ली थी। इसलिए वह बेहद थके थे। ऐसे में पुजारा को यह मजाक एक कॉम्प्लिमेंट की तरह लगा था। खाने-पीने के मामले में चेतेश्वर पुजारा पूरी तरह शाकाहारी हैं। वह अंडा भी नहीं खाते। उनकी पत्नी भी शाकाहारी हैं। महीने में एक दिन पुजारा ‘चीट मील’ रखते हैं। इस दिन वह मीठा खूब खाते हैं। उनकी सास सोयाबीन के लड्डू बनाती हैं। वह लड्डू भी उस दिन वह खूब खाते हैं।
यह लड्डू उन्होंने अपनी टीम के खिलाड़ियों को भी खिलाया है। रवींद्र जडेजा तो पुजारा के पास से आकर उस लड्डू का पूरा बॉक्स ही उठा ले जाते हैं। चेतेश्वर पुजारा के पिता भी क्रिकेटर रहे हैं। वह रणजी खेले हैं। वह बहू पूजा के साथ बैठ कर मैच देखते हैं और उनके साथ बेटे के खेल का विश्लेषण भी करते हैं। वह पूजा को बताते हैं और पूजा उनकी ओर से पुजारा को बताती हैं।