बस के ऊपर बैठ चोरी से गया कराची, रात स्टेशन के तांगे पर बिताई, शोएब अख्तर ने सुनाए अपने दर्द के किस्से
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर जब मैदान में गेंदे फेंकते थे, तब बैट्समैन डरते थे। शोएब केवल क्रिकेट में ही तेज नहीं थे, बल्कि वह अपनी जिंदगी में भी हर काम में तेजी दिखाते थे। पाकिस्तान की मशहूर यूट्यूबर समीना पीरज़ादा के शो में एक इंटरव्यू के दौरान शोएब ने अपनी जिंदगी की तमाम परतों को खोलते हैं।
जब जन्म हुआ तो रोए नहीं थे, अम्मी परेशान थीं
उन्होंने एक मशहूर किस्से का जिक्र किया और कहा कि जब वह पैदा हुए तो रोए नहीं, उनकी अम्मी ने उनको रुलाने की कोशिश, लेकिन वह फिर भी नहीं रोए। अम्मी परेशान थीं। वह बताते हैं, जब वह बड़े हुए तो एक दिन उनकी मम्मी ने उनसे पूछा कि ‘तू रोया क्यों नहीं?’ जवाब में शोएब ने कहा, “मैं स्ट्रांगमैन हूं, रोने के लिए नहीं आया हूं।”
कंडक्टर ने कहा, “तू मुझे कोई ठग लगता है”
क्रिकेट के अपने संघर्ष के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि एक बार कराची से ट्रायल देने के लिए लाहौर जाना था। एक बस पर चढ़ गया। कंडक्टर ने पैसे मांगे तो उन्होंने कहा, “मुझसे दोस्ती कर ले, मैं कल का स्टार हूं। तुम मेरे बिना चल ही नहीं सकते हो। मैं बस से तेज चलता हूं” शोएब ने बताया कि कंडक्टर ने कहा, “तू मुझे कोई ठग लगता है।” बहरहाल पैसे नहीं देने पर उसने मुझे नीचे उतार दिया, लेकिन जैसे ही बस चलने लगी, मैं दूसरी तरफ से फिर उसमें चढ़ गया। ऐसा कई बार हुआ और फिर छत पर चढ़कर धीरे-धीरे लाहौर तक पहुंच गया।
संघर्ष यहीं नहीं खत्म हुआ। वहां पहुंचा तो रात हो गई थी। मेरे पास पैसे नहीं थे। स्टेशन के पास एक तांगा दिखा। वह बहुत खूबसूरत था। उसके मालिक से मिला। उसने पूछा कि तू कौन है तो मैंने कहा, “कल के पाकिस्तान का स्टार हूं।” शोएब ने कहा कि जब मैं क्रिकेट खेलूंगा तो मुझे पूरी दुनिया जानेगी। इस पर वह आश्चर्य जताया और बाद में उसने मुझे अपने तांगे पर सोने की अनुमति दे दी। इतना ही नहीं उसने मुझे पराठे और चने भी खिलाए।
शोएब ने अपनी जिंदगी के कई और रहस्यों पर से पर्दा हटाया। वह क्रिकेटर बनने से लेकर खुद के आगे बढ़ने तक के अपनी जिंदगी के कई किस्से सुनाए। उन्होंने बताए कि उनके अपने देश और हिंदुस्तान की कौन सी ऐसी चीजें हैं, जो उन्हें अच्छी लगती हैं।