Hardik Pandya Bowling and Workload: जब हार्दिक पांडया ने की दोगुना वर्कलोड होने की बात, बताया कैसे तय करते हैं अपने बालिंग ओवर
Hardik Pandya Bowling and Workload: मैदान पर खिलाड़ी जब पहुंचते हैं तो उनके ऊपर केवल अच्छा खेलने का ही दबाव नहीं होता है, उन्हें यह भी सोचना पड़ता है कि बेहतर नतीजे कैसे लाएं और साथी खिलाड़ियों से कैसे संतुलन बनाएं। इसके साथ ही एक खिलाड़ी को यह भी देखना होता है कि सामने वाली टीम चाहे छोटी हो या बड़ी हो, अनुभवी हो या नई हो, किसी को कम नहीं आंका जा सकता है, लिहाजा खुद को यह समझाना पड़ता है कि नई टीम समझकर ओवर कांफिडेंस में न हो जाएं या अनुभवी समझकर अंडर कांफिडेंस में न अनुभव करें।
इसी को लेकर हाल ही में श्रीलंका में भारत और पाकिस्तान के बीच महामुकाबले से पहले हार्दिक पांड्या ने एक बयान दिया था। उनका यह बयान सुनकर सभी चौंक पड़े थे। रविवार को कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में भारत-पाक के बीच हाईवोल्टेज मुकाबला खेला जाएगा। इस मैच से पहले भारतीय टीम के वाइस कैप्टन Hardik Pandya ने वर्कलोड को लेकर बातचीत की है।
Hardik Pandya Bowling and Workload: दूसरों से ज्यादा दोगुनी-तिगुनी मेहनत करनी पड़ती है- हार्दिक पांड्या
Hardik Pandya ने अपने ऊपर काम के प्रेशर को लेकर कहा है कि एक ऑलराउंडर होने के नाते एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज या गेंदबाज की तुलना में वर्कलोड कई बार दोगुना, तिगुना हो जाता है और इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है।
इससे पहले बारिश की वजह से भले ही पाकिस्तान और भारत के बीच मैच का कोई नतीजा नहीं निकल पाया लेकिन उस मैच में पांड्या ने 87 रन की शानदार पारी खेली थी। पांड्या ने ‘स्टार स्पोर्टस’ से कहा, “बतौर ऑलराउंडर मेरा कार्यभार किसी दूसरे की तुलना में दोगुना या तिगुना है।
जब टीम का एक बैटर क्रीज पर जाकर अपनी बैटिंग फिनिश करके आता है तो उसका काम खत्म हो जाता है, लेकिन मुझे उसके बाद बॉलिंग भी करनी होती है इसलिए मेरे लिए सारा इंतजाम और सबकुछ सत्र के दौरान या मेरी ट्रेनिंग या सत्र से पहले शिविर के दौरान होता है.”
Hardik Pandya Bowling and Workload: मैच की परिस्थिति पर निर्भर करती है हार्दिक की गेंदबाजी
ODI के उपकप्तान ने कहा कि वह मैच की सिचुएशन देखकर ही फैसला करते हैं कि वह अपने कोटे के 10 ओवर डालेंगे या नहीं। उन्होंने कहा- जब मैच शुरू होता है तो यह टीम की जरूरत पर निर्भर होता है कि मेरे लिए कितने ओवर जरूरी होंगे। अगर 10 ओवर की जरूरत नहीं है तो 10 ओवर डालने का कोई फायदा नहीं है, लेकिन अगर मैच की जरूरत होगी तो मैं 10 ओवर बॉलिंग करूंगा।