Gautam Gambhir Praises MS Dhoni: भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज Gautam Gambhir को क्यों करनी पड़ी MS Dhoni की तारीफ, जानिए पूरी वजह
Gautam Gambhir Praises MS Dhoni: भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज Gautam Gambhir ने पूर्व भारतीय कप्तान M S Dhoni की जमकर तारीफ की है। एशिया कप में कमेंट्री के दौरान Gambhir ने Dhoni की वाह वाही की है। उन्होंने Dhoni द कैप्टेन की नहीं जबकि Dhoni द बैट्समैन की जमकर सराहना की है।
Gautam Gambhir: धोनी ऊपर खेलते तो बनाते ढेरों रिकॉर्ड
Gautam Gambhir ने कहा कि, “अगर धोनी ने नंबर 3 पर बल्लेबाजी की होती तो उनके नाम और भी बहुत से रिकॉर्ड होते। लेकिन कप्तानी ने उनकी बल्लेबाजी का कुछ हिस्सा छीन लिया। धोनी ने ट्रॉफी के लिए अपने अंतर्राष्ट्रीय रनों की कुर्बानी दे दी।”
Gambhir की बात बिलकुल सही है। क्योंकि वनडे क्रिकेट में नई गेंद से बल्लेबाजी करना आसान काम होता है। लेकिन धोनी ने टीम की बेहतरी के लिए ऊपर बल्लेबाजी न करके नीचे बल्लेबाजी करना ज्यादा उचित समझा। क्योंकि भारतीय टीम के पास फिनिशरों की कमी थी और धोनी ही इकलौते फिनिशर थे इसलिए उन्होंने नीचे बल्लेबाजी करना सही समझा और टीम के लिए बहुत से मैच फिनिश करके टीम को जीत दिलाई।
Gautam Gambhir Praises MS Dhoni: कमाल के आंकड़े हैं नंबर 3 पर
Gambhir की इस बात की गवाही खुद धोनी के आंकड़े भी देते है। कि नंबर 3 पर धोनी ने क्या किया है और वो वहां पर ज्यादा खेलते तो क्या कर सकते थे। धोनी ने नंबर 3 पर 16 मैचों की 16 पारियों में 82.75 के औसत से 993 रन बनाए है। जबकि उनका स्ट्राइक रेट लगभग 100 का है। जिसमें 2 शतक और 6 अर्धशतक शामिल है। और उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 183 रन था। इस दौरान धोनी 4 बार नाबाद भी रहे थे। हालांकि धोनी ने साल 2005 से 2009 तक ही नंबर 3 पर बल्लेबाजी की थी।
धोनी की पहचान अक्सर एक कप्तान के तौर पर ज्यादा होती है। लेकिन उनकी कप्तानी के पीछे उनके बल्लेबाजी के आंकड़े छुप से जाते है। धोनी ने न जाने कितनी बार भारतीय टीम को ऐसे मैच जिताए है को लगभग जीतना नामुमकिन सा लगता था। धोनी इकलौते बल्लेबाज है जिनको मध्यक्रम में खेलते हुए वनडे एक्स 10000 से ज्यादा रन बनाए है।
MS Dhoni: अपनी कप्तानी में बड़ी ट्रॉफी जिताना सिखाया
धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को तीनों आईसीसी ट्रॉफी जिताई है। उन्होंने आईपीएल में भी अपनी टीम को 5 बार चैंपियन बनाया है। जबकि भारतीय टीम टेस्ट में नंबर 1 भी उनकी कप्तानी में बनी थी।